गोंडा: गर्मी में बढ़ती बिजली की मांग और उपभोक्ताओं को हो रही परेशानी को देखते हुए उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने जिले के लिए मास्टरप्लान तैयार किया है, इस योजना के तहत जिले में 23 नए बिजली उपकेंद्रों का निर्माण प्रस्तावित है, वर्तमान में जिले के सवा चार लाख उपभोक्ताओं को 40 उपकेंद्रों के माध्यम से बिजली आपूर्ति की जा रही है, लेकिन अघोषित कटौती और लो-वोल्टेज की समस्या आम बनी हुई है.
115 करोड़ रुपये का होगा अनुमानित खर्च
प्रस्ताव के अनुसार, हर उपकेंद्र के निर्माण पर औसतन पांच करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस हिसाब से कुल 115 करोड़ रुपये की लागत से 23 नए उपकेंद्र बनेंगे, इसके अतिरिक्त 20 नए फीडर भी बनाए जाने का प्रस्ताव शामिल है, मंडल मुख्यालय पर पहले से संचालित छह उपकेंद्रों के अलावा चार नए उपकेंद्र प्रस्तावित हैं.
यहां बनेंगे नए बिजली उपकेंद्र
जेल रोड, लौव्वाटेपरा, पराग डेयरी, रानीबाजार, लखनऊ रोड, सोनी गुमटी, अमदही, दत्तनगर, दुर्जनपुर घाट, डेहरास, विश्वनोहरपुर, वाराही देवी, गौरा बाजार, रेवारी, शाहपुर धनावा, नदावा, झालीधाम, सालपुर, कुड़ासन बाजार, हरना टायर, छपिया, दौलतपुर, धर्मेई, महाराजगंज, केशवनगर और सोनबरसा में इन उपकेंद्रों का निर्माण प्रस्तावित है.
अधीक्षण अभियंता ने दी जानकारी
अधीक्षण अभियंता राधेश्याम भास्कर ने बताया कि जिले में बिजली आपूर्ति को सुदृढ़ करने के लिए 23 नए उपकेंद्रों का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा गया है। साथ ही पुराने उपकेंद्रों की क्षमता बढ़ाने की योजना भी बनाई गई है। बजट स्वीकृत होते ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा.
अब उपभोक्ताओं को मिलेगी निर्बाध बिजली आपूर्ति
इस योजना के लागू होने के बाद जिले के उपभोक्ताओं को बार-बार होने वाली बिजली कटौती और लो-वोल्टेज जैसी समस्याओं से राहत मिलेगी, साथ ही, भविष्य की बढ़ती बिजली मांग को भी बेहतर ढंग से पूरा किया जा सकेगा.