मंत्रालय में पदस्थ 2 युवक तांदुला नहर में डूबे:दुर्ग में एक पैर फिसलने से गिरा, बचाने कूदा दूसरा भी डूबा, SDRF कर रही तलाश

दुर्ग जिले के सेलूद इलाके से गुजरने वाली तांदुला नहर में दो युवकों के डूबने की सूचना मिली है। SDRF की टीम सुबह से नहर में उनकी तलाश कर रही है। हालांकि, अभी तक किसी की भी लाश नहीं मिली है। घटना उतई थाना इलाके की है।

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SDRF प्रभारी नागेंद्र कुमार सिंह के मुताबिक, 13 अप्रैल की शाम सूचना मिली थी कि, शाम 4 बजे नहर में दो युवक डूब गए हैं। रात होने से SDRF की टीम पानी में नहीं उतरी। सुबह तड़के ही टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया।

डूबने वाले युवकों की पहचान प्रहलाद यादव (40) निवासी धनौरा दुर्ग के रूप में हुई है। उसके बड़े भाई ने बताया कि, प्रहलाद मंत्रालय रायपुर में पदस्थ है। उसकी कुछ साल पहले ही शादी हुई थी। एक बेटी भी है। वहीं, दूसरे युवक की पहचान नंद किशोर धुरवे (38) निवासी सुभाष नगर बोरसी के रूप में हुई है। वो भी मंत्रालय रायपुर में पदस्थ था।

SDRF की टीम नहर में रेस्क्यू कर रही है। सुबह से लेकर दोपहर डेढ़ बजे तक दोनों में से किसी का भी शव नहीं मिल पाया है। उतई पुलिस भी मौके पर मौजूद है। जो नहर और आसपास लगी लोगों की भीड़ को हटाने का काम कर रही है।

नहर में बात करते समय फिसला पैर, दूसरा बचाने में डूबा

 

परिजनों ने बताया कि प्रहलाद यादव और नंद किशोर धुर्वे एक अन्य व्यक्ति के साथ धमतरी बिलई माता मंदिर के दर्शन करने गए थे। वहां से घर लौट रहे थे। शाम होने पर उन्होंने नहर में तेज पानी देखा तो कार खड़ी कर कुछ देर रिलैक्स करने लगे। दोनों नहर के पानी में पैर डालकर बैठे थे। कार का ड्राइवर दूसरी तरफ फोन पर बात कर रहा था।

इसी दौरान बात करते करते प्रहलाद का पैर फिसला और वो नहर के तेज बहाव में चला गया। नंद किशोर ने उसे डूबते देखा तो वो उसे बचाने के लिए कूदा और फिर दोनों नहर में डूब गए। जब ड्राइवर ने देखा की दोनों लोग नहर में डूब रहे हैं, तो उसने शोर मचाया और लोगों को बुलाया। इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई, फिर SDRF टीम की सूचना पर पहुंची।

नहर में 15 फीट गहरा पानी

तांदुल जलाशय से बीएसपी प्लांट को जोड़ने वाली इस नहर में इस समय पानी छोड़ा गया है। इसी नहर से भिलाई स्टील प्लांट के मरोदा डैम को भरा जाता है। इस समय नहर में 15 फीट गहरा पानी है और तेज बहाव भी है। इसके चलते नहर के पानी को डैम से बंद कराया गया है। जिससे पानी का लेवल कम हो, उसके बाद बॉडी को आसानी से ढूंढा जा सकेगा।

नहर में लगाई जा रही जाली

एसडीआरएफ की टीम वोट लेकर तो नहर में उतरी ही है, साथ ही नहर में लगभग 5 किलोमीटर दूर तक जाली लगाकर भी खोजबीन जारी है। एसडीआरएफ टीम का कहना है कि नहर का बहाव तेज है। इसलिए जाली लगाने से बॉडी के जल्द मिलने की संभावना रहती है।

 

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