बाबा साहब की 134वीं जयंती पर नागौर में भव्य रैली, अंबेडकर स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित की गई

नागौर : भारत रत्न और संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती के अवसर पर रविवार को नागौर में भव्य रैली और कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत नेहरू पार्क स्थित अंबेडकर स्थल पर डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई.

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इस अवसर पर जिला कलेक्टर अरुण कुमार पुरोहित और एडीएम चम्पालाल जिनगर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।कार्यक्रम का आयोजन एससी/एसटी वेलफेयर द्वारा किया गया, जिसका उद्देश्य सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना, संविधान के महत्व को समझाना और बाबा साहब के विचारों को आमजन तक पहुंचाना रहा.

रैली का शुभारंभ बड़ली रोड से हुआ, जो वल्लभ तिराहा, गांधी चौक, किले की ढाल होते हुए कलक्ट्रेट पहुंची. शहरभर में विभिन्न स्थानों पर रैली का जोरदार स्वागत किया गया. रैली का मुख्य आकर्षण डॉ. अंबेडकर की हूबहू झांकी रही, जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग उमड़े. इस मौके पर जिला कलक्टर अरुण कुमार पुरोहित ने कहा कि “इतिहास गवाह है कि डॉ. अंबेडकर ने विषम परिस्थितियों में भारतीय संविधान की रचना की.

वे दलितों, पिछड़ों और वंचित वर्गों के सशक्तिकरण के अग्रदूत थे. उन्होंने सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.”एडीएम चम्पालाल जिनगर ने बाबा साहब को बहुआयामी व्यक्तित्व का धनी बताते हुए कहा कि वे एक महान अर्थशास्त्री, शिक्षाविद, न्यायविद और समाज सुधारक थे. “उन्होंने महिलाओं और वंचित वर्गों को समान अधिकार दिलाने के लिए जीवनभर संघर्ष किया.

शिक्षा को वे सामाजिक परिवर्तन का आधार मानते थे.”कार्यक्रम में वक्ताओं ने डॉ. अंबेडकर के जीवन, संघर्ष और समाज में उनके योगदान पर विचार व्यक्त किए. इस अवसर पर जिले की अनेक राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र की प्रतिष्ठित हस्तियां भी मौजूद रहीं. कार्यक्रम ने विशेष रूप से युवाओं को बाबा साहब के विचारों से जोड़ने और सामाजिक चेतना को जागृत करने का कार्य किया.

 

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