वक्फ कानून पर मचे घमासान के बीच अपना दल (एस) की नेता और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की है. अनुप्रिया पटेल शाहजहांपुर में अपनी पार्टी के सदस्यता अभियान की शुरुआत करने पहुंची थीं, जहां उन्होंने मुस्लिम समाज को सचेत करते हुए कहा कि वक्फ कानून मुस्लिम समाज के हित में है और मुस्लिम समाज के दुश्मन इस कानून के ख़िलाफ प्रोपेगेंडा चला रहे हैं.
मुस्लिम समाज को चाहिए कि वो इस तरह के अफवाह से बचे. इस कानून से मुसलमानों का कोई नुकसान नहीं होने जा रहा है. राजनीतिक रोटियां सेंकने वाले लोग इस कानून को लेकर अफवाह फैला रहे हैं और बीजेपी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं.
सदस्यता अभियान की शुरुआत
अनुप्रिया पटेल ने हालांकि अखिलेश यादव पर कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया और कहा कि मैं नहीं जानती कि अखिलेश यादव किसी भी मुद्दे पर क्या कहते हैं. मैं अपनी पार्टी के बारे में बता सकती हूं कि हम निरंतर समाज हित में काम कर रहे हैं. अनुप्रिया पटेल ने कहा कि बाबा साहेब की जयंती पर हमारी पार्टी ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की है. ये अभियान दो जुलाई तक सोने लाल पटेल जी की जयंती तक चलता रहेगा.
बाबा साहब की जयंती में शामिल होने शाहजहांपुर पहुंची अनुप्रिया पटेल ने कहा कि बाबा साहेब ने सिर्फ हमें संविधान नहीं दिया है बल्कि हमें एक नई दिशा दी है एक रास्ता दिखाया है. जिस पर चलते हुए आज हम अपना हक़ हासिल कर रहे हैं. 142 करोड़ भारतीयों के मन में बाबा साहब द्वारा दी गई प्रेरणा उनके भविष्य को प्रकाशित करने का काम कर रही है. बाबा साहेब ने जिस सामाजिक और आर्थिक लोकतंत्र अवधारणा को इस देश के समक्ष प्रस्तुत किया था, उसी की देन है कि आज दबे कुचले और शोषित वंचित मुख्य धारा में शामिल हैं.
‘अपराधिक छवि के लोग पार्टी में नही रहेंगे’
अनुप्रिया पटेल ने कहा कि सामाजिक न्याय की लौ को जलाए रखना हमारा नैतिक कर्तव्य है. मैं इस मौके पर ये कहना चाहती हूं कि अपराधिक छवि के लोग पार्टी के सदस्य नही रहेंगे. उन्होंने कहा कि महिलाओं को समानता और अधिकार देने की वकालत मैंने हमेशा से की है. हम दबे कुचले और शोषितों के हक की आवाज उठाते रहेंगे. हमने ये तय किया है कि सोनेलाल जी के आदर्शों पर चलते हुए सामाजिक न्याय की लौ को हमेशा जलाये रखना है. शाहजहांपुर से पार्टी के सदस्यता अभियान की शुरुआत हुई है. इस मौके पर पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल के साथ-साथ यूपी सरकार के मंत्री आशीष पटेल भी शामिल थे.