दमोह : नगर पालिका के मुख्य नगर पालिका अधिकारी (सीएमओ) प्रदीप शर्मा पर स्याही फेंकने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है. कोतवाली पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज की है.
एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी के अनुसार, सीएमओ की शिकायत पर कार्रवाई की गई है. आरोपी विवेक अग्रवाल और छुट्टू यादव ने न केवल सीएमओ के मुंह पर काली स्याही पोती, बल्कि एक दलित कर्मचारी जितेंद्र बंसल का भी जातिसूचक अपमान किया.
घटना 29 मार्च को हुई, जब नगर पालिका कर्मचारी घंटाघर से धार्मिक ध्वज हटाने गए थे. भाजपा के पूर्व पार्षद विवेक अग्रवाल और हिंदू संगठन के छुट्टू यादव ने इसका विरोध किया। दोनों सीएमओ के घर पहुंचे और उनके मुंह पर कालिख पोत दी.
इस घटना के बाद प्रदेश भर के नगरीय प्रशासन के अधिकारियों ने आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की. कलेक्टर सुधीर कोचर ने एडीएम मीना मसराम के नेतृत्व में जांच टीम गठित की. जांच रिपोर्ट के आधार पर दोनों आरोपियों पर एससी-एसटी एक्ट की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है.
सागर संभाग के संयुक्त संचालक ने भी सभी सीएमओ और इंजीनियरों के साथ दमोह पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था. जांच रिपोर्ट 11 अप्रैल को कलेक्टर को सौंपी गई, जिसके बाद एफआईआर दर्ज की गई.
दमोह में धार्मिक ध्वज हटवाने के विरोध में भाजपा और हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने नगर पालिका सीएमओ के चेहरे पर कालिख पोत दी. इसके बाद चक्काजाम कर दिया. सीएसपी अभिषेक तिवारी मौके पर हैं, वे सड़क पर बैठे लोगों को समझा रहे हैं.
हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने सीएमओ को निलंबित करने की मांग की है. वे कलेक्ट्रेट में इसके लिए ज्ञापन देंगे. उनका कहना है कि हिंदू धर्म के विरोधियों के साथ ऐसा ही व्यवहार किया जाएगा.