बॉलीवुड एक्टर सनी देओल की फिल्म जाट विवादों के घेरे में आ गई है. फिल्म में चर्च में फिल्माए गए एक सीन पर सवाल खड़ा किया गया है. क्रिस्चियन कम्यूनिटी ने इस पर आपत्ति जताई है. सीन में रणदीप हुड्डा चर्च के अंदर खड़े खून-खराबा करते दिख रहे हैं. कम्यूनिटी ने अल्टीमेटम देते हुए दो दिन का समय दिया है, और कहा कि अगर कोई एक्शन नहीं लिया गया तो, इसके बाद वो अपने विरोध को और ऊंचे लेवल पर ले जाएंगे.
घेराव करने वाली थी कम्यूनिटी
ईसाई समूदाय ने इस मामले में मंगलवार को सिनेमाघरों का घेराव करने का ऐलान किया था. लेकिन पुलिस ने तुरंत मामले पर संज्ञान लेते हुए इसे रोक दिया. इसके बाद कम्यूनिटी ने जॉइंट पुलिस कमिश्नर को फिल्म पर रोक लगाने का मांग पत्र दिया है. क्रिस्चियन कम्यूनिटी का कहना है कि 10 अप्रैल को जाट फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई है, जिसमें मुख्य कलाकार के रूप में सनी देओल, रणदीप हुड्डा और विनीत कुमार सिंह हैं. इसके डायरेक्टर गोपीचंद मालिनीनी और प्रोड्यूसर नवीन मालिनीनी हैं. ये फिल्म मैत्री मूवी मेकर्स और टीजी विश्व प्रसाद के तहत पीपल मीडिया फैक्ट्री के बैनर तले रिलीज हुई है.
चर्च के अंदर खूनखराबे से आपत्ति
इस फिल्म के एक दृश्य में चर्च के अंदर प्रार्थना करते हुए कम्यूनिटी को दिखाया गया है. जहां पवित्र पुलपट के ऊपर जीसस क्राइस्ट की केस वाली तस्वीर के नीचे रणदीप हुड्डा खड़े हैं. इस सीन में चर्च के अंदर गुंडागर्दी और धमकाने के सीन दिखाए गए हैं, जो आपत्तिजनक हैं. उन्होंने कहा कि इससे पूरे क्रिस्चियन कम्यूनिटी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है. चर्च की बिल्डिंग के अंदर हमारे अतिपवित्र स्थान पलपेट की बेअदबी की गई है. फिल्म में दिखाए गए दृश्यों से लगता है कि भारत में ईसाई धर्म के खिलाफ एक सोची-समझी साजिश के तहत गुंडागर्दी और दबाव बनाने की कोशिश की गई है.
ऐसे में क्रिस्चियन कम्यूनिटी ने रणदीप हुड्डा सहित फिल्म की स्टार कास्ट, निर्देशक, निर्माता, और बैनर के खिलाफ बेअदबी की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर, इस फिल्म पर पूर्ण रूप से रोक लगाने की अपील की है. इसको लेकर समुदाय ने 2 दिन का अल्टीमेटम दिया है. कम्यूनिटी ने कहा कि अगर 2 दिन तक कोई कार्रवाई नहीं की जाती तो पूरा समुदाय विरोध को उच्च स्तर पर ले जाएगा.