डिजिटल अरेस्टिंग के बढ़ते मामलों के बीच बिहार की राजधानी पटना से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के विधान पार्षद को ही साइबर ठगों ने अपने चंगुल में फंसा लिया. साइबर ठगों की दहशत का आलम यह कि उन्होंने करीबन 12 घंटे तक राजद के विधान पार्षद को डिजिटल अरेस्ट करके रखा. अब इस पूरे मामले में राजद के विधान पार्षद ने साइबर थाने में मामला दर्ज कराया है.
जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय जनता दल के विधान पार्षद कारी सुहैब को साइबर ठगों ने करीब 12 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा. कारी सुहैब ने 9 अप्रैल को साइबर सेल में इस मामले को लेकर अपनी शिकायत दर्ज कराई है. थाने में दिए गए अपने आवेदन में कारी सुहैब ने सिलसिलेवार तरीके से पूरी घटना का जिक्र किया है.
पुलिस को दी जानकारी
विधान पार्षद ने पुलिस को यह जानकारी दी है कि आठ अप्रैल को दो नंबर +64830850702, 7866865784 से उन्हें सुबह 10 बजकर 30 मिनट के करीब कॉल आई. कॉल करने वाले ने खुद को साइबर क्राइम ब्रांच मुंबई का अधिकारी बताया. इसके बाद कॉल करने वाले ने कारी सुहेब को मनी लांड्रिंग के मामले में फंसाने की धमकी दी. साइबर ठगों ने वीडियो कॉल पर कारी सुहेब को डिजिटल अरेस्ट किया और उन्हें एक ही कमरे में तकरीबन 12 घंटे तक बैठा के रखा.
डिजिटल अरेस्ट कर पूछे कई सवाल
विधान पार्षद ने यह भी जानकारी दी है कि ठगों ने कहा कि उनके केनरा बैंक, मुंबई ब्रांच की खाते से करोड़ों का लेनदेन कई लोगों के साथ किया गया है. इस सिलसिले में उनके नाम पर मामला दर्ज हुआ है. ठगों ने कारी सुहेब को केस नंबर तक की जानकारी दी. उनका कहना था कि विधान पार्षद से इसी सिलसिले में बात करनी है. कारी सुहैब ने बताया कि ठगों ने उनसे पर्सनल जानकारी ली साथ ही नगद और जेवरात के बारे में भी पूछा. जिसके बाद उन्हें यह शक हो गया कि उनके साथ ठगी हो रही है.
अब इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है. एक बड़े नेता के साथ डिजिटल अरेस्ट होने की हरकत की खबर सामने आने के बाद राजनीतिक हलकों में सनसनी फैली हुई है.