कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा आज यानी बुधवार को एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश हुए हैं. गुरुग्राम लैंड डील मामले में उनसे पूछताछ हो रही. इससे पहले मंगलवार को भी वह जांच एजेंसी के सामने पेश हुए थे. बता दें कि रॉबर्ट वाड्रा को लैंड डील मामले में ED ने पीएमएलए के तहत समन भेजा था. उन्हें 8 अप्रैल को भी बुलाया गया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए थे. आज प्रियंका गांधी भी उनके साथ ईडी ऑफिस पहुंचीं.
ईडी के सामने पेश होने को लेकर रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि चुनाव के बाद एजेंसियों का काम खत्म हो जाता है. जितनी बार परेशान करोगे मैं और उभर के आऊंगा. हम तो सच्चाई के लिए लड़ते रहेंगे. हम सॉफ्ट टारगेट नहीं हैं. समय बदलता रहता है. मैं इसी देश में हूं. देश छोड़कर नहीं जाऊंगा. जितने सवाल करने हैं कर लें. मेरी सोनिया जी और राहुल जी से बात हुई है. उन्होंने भी कहा है कि हम सब साथ हैं. मजबूत रहिए और सारे सवालों के जवाब दीजिए.
हरियाणा में जब इसकी जांच हुई तो पाया गया कि कुछ भी गलत नहीं हुआ है. खट्टर जी ने मुझे उसी मामले में क्लीन चिट दे दी थी. मुझे समझ नहीं आ रहा कि 7 साल बाद फिर मुझसे पूछताछ क्यों हो रही है. एजेंसी की तरफ से दूसरा समन देखकर मैं हैरान रह गया क्योंकि मैं इसी केस के सिलसिले में एजेंसी के सामने 15 बार पेश हो चुका हूं. मुझसे 10 घंटे तक पूछताछ की गई और मैंने 23,000 दस्तावेज दिए. मैंने एजेंसी को 2019 के अपने बयान दिखाए कि आप वही सवाल पूछ रहे हैं, जिनका जवाब मैंने 2019 में दिया. एजेंसी वाले भी चौंक गए. मैं बस इतना ही कह सकता हूं कि एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है.
#WATCH | Delhi: On ED interrogation in the Gurugram land case, businessman Robert Vadra says, "I was surprised seeing the second summon from the agency as I have already appeared 15 times before the agency regarding the same case. I was questioned for 10 hours, and I gave 23,000… pic.twitter.com/TQg5RUDeEL
— ANI (@ANI) April 16, 2025
इससे पहले मंगलवार को रॉबर्ट वाड्रा ने ईडी की पूछताछ को राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से प्रेरित बताया था. उन्होंने कहा कि पहले भी ईडी उनसे घंटों पूछताछ कर चुकी है, हजारों पन्ने साझा किए हैं, लेकिन फिर भी एजेंसी उनके खिलाफ मामले उठा रही है.
उन्होंने आरोप लगाया कि, यह कुछ और नहीं बल्कि राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से प्रेरित है. जब भी मैं अल्पसंख्यकों के लिए बोलता हूं तो वे मुझे रोकने की कोशिश करते हैं, हमें कुचलते हैं… उन्होंने संसद में राहुल (गांधी) को भी रोकने की कोशिश की. यह एजेंसियों का दुरुपयोग है और यह राजनीतिक प्रतिशोध है. उन्होंने कहा कि वह पहले की तरह ही जांच एजेंसी के साथ सहयोग करेंगे.
क्या है पूरा मामला?
वाड्रा के खिलाफ यह जांच हरियाणा के शिकोहपुर में एक भूमि सौदे से जुड़ी है. जांच फरवरी 2008 में हुए एक भूमि सौदे से संबंधित है, जिसमें वाड्रा से जुड़ी एक कंपनी, स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड ने गुरुग्राम के शिकोहपुर में ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज नामक कंपनी से 7.5 करोड़ रुपये की कीमत पर 3.5 एकड़ जमीन खरीदी थी.
आरोप है कि इस जमीन का दाखिल-खारिज कुछ ही घंटों में हो गया. हरियाणा पुलिस ने इस सौदे को लेकर 2018 में मामला दर्ज किया था. इससे पहले जांच एजेंसी ने धन शोधन के एक अलग मामले में वाड्रा से पूछताछ की थी.
बीजेपी ने क्या कहा?
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि रॉबर्ट वाड्रा को अंजाम भुगतने होंगे. उन्होंने कहा कि वाड्रा वाद्रा को ईडी ने उस मामले में पूछताछ के लिए बुलाया, जो हरियाणा में कांग्रेस के शासनकाल में हुए भूमि घोटाले से संबंधित है.
उन्होंने कहा कि ईडी की कार्रवाई कानून की ताकत को दर्शाती है और यह संदेश देती है कि देश में कोई भी कानून से ऊपर नहीं है. भाटिया ने कहा, कांग्रेस के शासन के दौरान बहुत अहंकार दिखाने वाले रॉबर्ट वाड्रा को कानून की ताकत का अहसास हो गया होगा.
उन्होंने कहा, यह कहना गलत नहीं होगा कि अगर दुनिया में सबसे भ्रष्ट कोई परिवार है तो वह गांधी परिवार है जिसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी और रॉबर्ट वाड्रा भ्रष्टाचार के मामलों में जमानत पर बाहर हैं.