अयोध्या: थाना इनायतनगर क्षेत्र के डोभियारा गांव में तांत्रिक राज बहादुर यादव उर्फ बाबा बेचन दास की गला रेतकर निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है, घटना 7 अप्रैल की रात को हुई थी, जब बाबा बेचन दास अपने आश्रम में सो रहे थे, महज एक सप्ताह के भीतर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर मामले की गुत्थी सुलझा ली है.
एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी ने प्रेसवार्ता के दौरान जानकारी दी कि इस जघन्य हत्या का आरोपी गांव का ही निवासी रोहित चौरसिया है, आरोपी ने धारदार हथियार से बाबा की गला रेतकर हत्या की थी, पुलिस के अनुसार, घटना के पीछे अंधविश्वास और पारिवारिक तनाव मुख्य कारण रहे, जांच में सामने आया कि, आरोपी को यह संदेह था कि तांत्रिक झाड़-फूंक के नाम पर उसके परिवार को मानसिक और सामाजिक रूप से प्रभावित कर रहा है.
घटना की रात जब रोहित ने अपनी बेटी को बाबा बेचन दास से झाड़-फूंक कराते देखा, तो वह अपना आपा खो बैठा, गुस्से में आकर उसने तांत्रिक की हत्या करने का मन बना लिया और मौके पर ही धारदार हथियार से उनकी हत्या कर दी, पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित जांच शुरू की. तकनीकी साक्ष्यों, ग्रामीणों के बयान और घटनास्थल की गहन पड़ताल के बाद रोहित की संलिप्तता उजागर हुई.
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके पास से हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिया है, आरोपी से पूछताछ के बाद पुलिस ने हत्या के कारणों की पुष्टि करते हुए कहा कि यह मामला पूरी तरह अंधविश्वास के चलते उत्पन्न अविश्वास और आक्रोश का परिणाम है.
एसपी ग्रामीण ने बताया कि पुलिस टीम ने तत्परता और सतर्कता के साथ कार्य करते हुए आरोपी को एक सप्ताह के भीतर गिरफ्तार कर लिया, जिससे समाज में यह संदेश गया कि कानून से बच पाना असंभव है, उन्होंने कहा कि, ऐसी घटनाएं समाज में व्याप्त कुरीतियों और अंधविश्वास के खिलाफ सोचने की आवश्यकता को उजागर करती हैं.
इस पूरे मामले ने एक बार फिर झाड़-फूंक, तंत्र-मंत्र और अंधविश्वास की आड़ में हो रही सामाजिक विघटनकारी घटनाओं पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं, पुलिस प्रशासन की तेजी से की गई कार्रवाई न केवल कानून व्यवस्था की प्रभावशीलता को दर्शाती है, बल्कि समाज को अंधविश्वास से ऊपर उठकर सोचने का संदेश भी देती है, फिलहाल आरोपी के खिलाफ हत्या की धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की कानूनी कार्यवाही की जा रही है.