उत्तर प्रदेश के कौशांबी में 18 साल पहले एक शख्स अपना घर छोड़कर चला गया था और लापता हो गया था, जो अब अचानक अपने घर वापस लौट आया, लेकिन परिजनों ने उसे पहचानने से इनकार कर दिया. इसके बाद वह ग्राम प्रधान से मिलकर घर बेचने की बात करने लगा और पुलिस को फर्जी मारपीट की शिकायत कर दी. अब उसकी पत्नी ने परेशान होकर इस मामले की एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव से शिकायत की. एसपी ने इस मामले में जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
दरअसल, मामला पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के सेंगरहा गांव से सामने आया है. जहां की रहने वाली मुन्नी देवी, जिसके पति का नाम अवधेश है. उसने बुधवार को कौशांबी के पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि उसका पति अवधेश 18 साल पहले घर छोड़कर कहीं चला गया था, जिसका हम लोगों को कुछ अता पता नही था. मेरे 4 बेटे और 6 बेटियां हैं. सभी बच्चों की भी शादी हो चुकी है.
जबरन घर में घुस रहा
महिला ने शिकायती पत्र में बताया कि कुछ दिनों से एक युवक जिसे हम नहीं जानते. वह खुद को अवधेश बताकर जबरन घर में घुस रहा था, जिसे बेटों ने मना किया तो वह झगड़े पर उतारू हो गया. मंगलवार को उसने आकर कहा कि मैं इस घर को बेच दूंगा. इसके बाद मेरे बेटे और बहू परेशान हो गए. इसी बात को लेकर जब मैं पुलिस चौकी गई तो पुलिस ने कोई मदद नहीं की, बल्कि मुझे ही फंसाने की धमकी देने लगे.
कार्रवाई की मांग की गई
पीड़िता ने बुधवार को एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव से मिलकर फर्जी शख्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और कहा कि हम इसको जानते भी नहीं है. यह ग्राम प्रधान के पास गया था और जाकर बताया कि मैं अवधेश हूं, लेकिन यह मेरा पति नहीं है. यह जबरन घर बेचने की बात कह रहा है. यह घर पर जबरन कब्जा करना चाह रहा है और हम लोगों को घर से निकालने की बात कर रहा है.
पुलिस मामले की जांच में जुटी
महिला ने आगे कहा कि मैं पुलिस के पास भी गई थी लेकिन पुलिस ने मेरी एक नहीं सुनी और हमको भगा दिया. इस मामले में पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया है कि महिला ने जबरन घर कब्जा कर उसे बेचने का आरोप लगाया है. इस मामले की जांच थाना प्रभारी से कराई जा रही है. दोषी पाए जाने पर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.