समस्तीपुर: पूर्व RJD विधायक ने तेजस्वी के पिछले दिनों किए गए सवालों को दोहराते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री से किया सवाल!

समस्तीपुर: हसनपुर विधानसभा के पूर्व राजद विधायक सुनील कुमार पुष्पम ने पिछले दिनों बिहार प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के द्वारा केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से किये गए सवालों को दोहराते हुए कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी अपने अधीनस्थ एनसीआरबी के आँकड़ों को सांझा नहीं करते क्योंकि बिहार अपराध में अव्वल है.

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उन्हें बताना चाहिए कि:-

𝟏. एनसीआरबी के आँकड़ो के अनुसार विगत 𝟐𝟎 वर्ष में बीजेपी-नीतीश सरकार बिहार में 𝟔𝟓 हज़ार हत्याएं हुई है, कल्पना किजीए इनके राज में 𝟔𝟓,𝟎𝟎𝟎 लोग मारे गए है, 𝟐𝟓 हज़ार बलात्कार और 𝟏 लाख अपहरण हुए है, 𝟑 लाख से अधिक चोरियां हुई, सबसे अधिक पुलिसकर्मियों पर हमला और हत्या इनके 𝟐𝟎 बरस में ही हुई.

𝟐. अमित शाह जी को सुप्रीम कोर्ट की बिहार के बारे में अनेकों बार की गयी टिप्पणी को भी बिहार के जनता को बताना चाहिए.

जैसे कि:-

शर्मनाक, अमानवीय, दुर्भाग्यपूर्ण, लापरवाह, बेहद डरावना और भयावह.

बिहार सरकार कर क्या रही है?’ ये क्या हो रहा है.

आपको बता दूँ कि, राजद शासन में उस वक़्त कोर्ट ने जंगलराज की टिप्पणी पटना नगर निगम के बारे में की थी जिसका नेतृत्व बीजेपी के पास था। वो टिप्पणी ना कि बिहार के बारे में। बिहार और बिहारियों को सबसे अधिक बदनाम इन भाजपाइयों ने किया है.

𝟑. अमित शाह जी बताए कि इन्हीं के आँकड़ों के अनुसार अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग के अनुसार बिहार में दलितों और पिछड़ों पर सबसे अधिक अत्याचार क्यों होता है?

𝟒. अमित शाह जी यह क्यों नहीं बताते कि हमारी सरकार द्वारा दलितों-आदिवासियों एवं पिछड़ों-अतिपिछड़ों के लिए बढ़ाई गयी 𝟔𝟓% आरक्षण सीमा को बीजेपी-एनडीए की केंद्र सरकार संविधान की 𝟗वीं अनुसूची में क्यों नहीं डाल रही?

𝟓. केंद्र की एनडीए सरकार ने 𝟐𝟎𝟎𝟎 में बिहार झारखंड विभाजन के वक्त “बिहार राज्य पुनर्गठन एक्ट” के अंतर्गत बिहार को 𝟏 लाख 𝟕𝟗 हज़ार करोड़ की राशि देने का वायदा किया था लेकिन केंद्र में एक दर्जन कैबिनेट मंत्री होने के बावजूद वह राशि कभी नहीं दी क्योंकि बिहार में राजद गठबंधन की सरकार थी। नीतीश कुमार सहित अन्य वरिष्ठ मंत्रियों ने बिहार को वह राशि क्यों नहीं लेने दी?

𝟔. गृह मंत्री यह क्यों नहीं बताते कि लालू जी के समय यूपीए -𝟏 की केंद्र सरकार ने (𝟐𝟎𝟎𝟒-𝟎𝟗) बिहार में एनडीए की सरकार रहने के बावजूद उस वक़्त लालू जी की पहल और प्रयास पर विकास कार्यों के लिए बिहार को 𝟏 लाख 𝟗𝟒 हज़ार करोड़ रुपये का विशेष पैकेज दिया था। उन्होंने उस वक़्त बिहार में 𝟏 लाख किलोमीटर से अधिक ग्रामीण सड़कों का निर्माण करवाया। उस वक़्त केंद्रांश 𝟗𝟎% और राज्यांश केवल 𝟏𝟎% था। लेकिन इस सरकार ने यह क्यों बदला?

𝟕. गृह मंत्री यह क्यों नहीं बताते कि केंद्र सरकार ने विगत 𝟏𝟏 वर्षों में गुजरात को विकास कार्यों के लिए कितनी धन राशि दी और बिहार को कितनी?

𝟖. 𝟐𝟎 वर्षों की सरकार ने पलायन रोकने के लिए क्या किया?

𝟗. बिहार में कितने नए विश्वविद्यालय स्थापित किए?

𝟏𝟎. बिहार के कितने युवाओं को नौकरी-रोजगार दिया?

𝟏𝟏. 𝟐𝟎 वर्षों की एनडीए सरकार और 𝟏𝟏 वर्षों की केंद्र सरकार ने बिहार में कितनी चीनी मिल शुरू कराई?

𝟏𝟐. बाढ़ नियंत्रण, बचाव और राहत के लिए क्या किया?

𝟏𝟑. बिहार को बेरोजगारी, गरीबी, पलायन के गर्त में क्यों धकेला?

𝟏𝟒. बिहार नीति आयोग के विकास सूचकांकों और लक्ष्यों में सबसे फिसड्डी क्यों है?

𝟏𝟓. डबल इंजन सरकार ने बिहार में कितने नए उद्योग-धंधे लगाए और कितने पूर्व संचालित उद्योग-धंधे, चीनी मिल, जूट मिल, पेपर मिल इत्यादि बंद कराए?

अमित शाह जी को अनर्गल नकारात्मक बयानबाजी की जगह बिहार को क्या दिया, वह बताना चाहिए श्री पुष्पम ने कहा अचेत मुख्यमंत्री और दिशाहीन बीजेपी की ये जुगलबंदी बिहार राज्य को बदनाम कर रही है, इसे कभी नहीं भूलेगा बिहार। उन्होंने कहा आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में बदलेगा मुख्यमंत्री आयेगा तेजस्वी सरकार.

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