राजस्थान : टेलीग्राम इन्वेस्टमेंट के नाम पर 18.37 लाख की साइबर ठगी, तीन शातिर ठग गिरफ्तार

डेगाना पुलिस ने एक बड़ी साइबर ठगी का खुलासा करते हुए 18,37,400/- रुपये की ठगी करने वाले तीन शातिर अपराधियों अमन साहु, साहिल दुबे और डॉ. कैलाश चंद्र विश्नोई को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने टेलीग्राम ऐप के जरिए निवेश पर अधिक मुनाफे का झांसा देकर फरियादी से कई किश्तों में यह राशि हड़प ली.

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डेगाना थाना क्षेत्र में रहने वाले फरियादी प्रेमाराम को “FROSCH” नाम की फर्जी कंपनी की ओर से टेलीग्राम एप पर मैसेज प्राप्त हुआ. कंपनी ने खुद को निवेश कंपनी बताकर अच्छे मुनाफे का वादा किया और फरियादी को IDBI बैंक की किशनगढ़ शाखा से मोबाइल बैंकिंग एवं RTGS के माध्यम से निम्नानुसार धनराशि ट्रांसफर करने को कहा:

  • 25.01.2025: 50,000 व 1,48,027 रुपये

  • 26.01.2025: 30,001 व 1,93,000 रुपये

  • 27.01.2025: 7,10,000 रुपये

  • 28.01.2025: 5,00,000 रुपये

  • 29.01.2025: 2,06,372 रुपये

इस प्रकार कुल 18,37,400 रुपये की धोखाधड़ी की गई।

प्रेमाराम की रिपोर्ट पर थाना डेगाना में प्रकरण संख्या 32 दिनांक 15.02.2025 को भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4), 316(2), व 61(2)(B) बीएनएस के अंतर्गत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई.

जांच अधिकारी प्रेमाराम हैडकांस्टेबल 644 ने साइबर तकनीकी के उपयोग से आरोपी अमन साहु, साहिल दुबे और डॉ. कैलाश चंद्र विश्नोई को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से दो दिन का पुलिस रिमांड प्राप्त किया गया. इस पूरी कार्रवाई में पुलिस के अनुभवी साइबर एक्सपर्ट हेड कांस्टेबल प्रेमाराम की अहम भूमिका रही.

डॉ. कैलाश चंद्र विश्नोई के विरुद्ध साइबर पोर्टल पर पहले से ही 36 शिकायतें दर्ज हैं. नागौर पुलिस ऐसे साइबर अपराधियों पर लगातार कड़ी निगरानी रखे हुए है.

यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस (IPS) के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार, वृत्ताधिकारी जयप्रकाश बेनीवाल और थानाधिकारी हरीश सांखला के नेतृत्व में की गई.

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