उत्तर प्रदेश के देवरिया में रविवार को ट्रॉली बैग में मिली लाश की पहचान बैग में मिले पासपोर्ट के आधार पर 37 वर्षीय नौशाद के रूप में हुई है. पुलिस ने बताया कि प्रेम में बाधक बनने पर इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया. घटना के बाद सीओ ने फौरन दबिश दी और पत्नी समेत तीन अन्य को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने बताया कि नौशाद की पत्नी का गांव के ही रिश्ते में लगने वाले भांजे से प्रेम संबंध था. जिसकी तलाश जारी है.
पत्नी ने नौशाद के सिर पर धारदार हथियार से वार करके हत्या की थी. इसके बाद शव को ट्रॉली बैग में भरकर घटनास्थल से लगभग 60 किलोमीटर दूर थाना तरकुलवा के पकड़ी पटखौली के समीप गेहूं के कट चुके खाली खेत में फेंक दिया. थाना मईल क्षेत्र के भटौली गांव निवासी नौशाद ने गांव के बाहर अपना मकान बनवाया था. जहां 9 वर्षीय बेटी, पत्नी और बूढ़े पिता अली अहमद रहते हैं.
नौशाद सऊदी अरब में नौकरी करता था और दस दिन पूर्व ही गांव लौटा था. हत्या के बाद जिस ट्रॉली बैग में शव को भरकर फेंका गया था, उसे नौशाद सऊदी से लाया था. हत्या के बाद पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर शव को 60 किलोमीटर दूर फेंका था. ट्रॉफी में भरकर शव को फेंकने के लिए चार पहिया वाहन का इस्तेमाल किया गया था.
ऐसे कातिलों तक पहुंची पुलिस
रविवार को दिन में एक किसान गेहूं कटवाने के लिए मशीन लेकर खेत में पहुंचे थे. इस दौरान बगल के खाली खेत में उनकी नजर एक ट्रॉली बैग पर पड़ी. जिसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी. सूचना पर एसपी, एडिशनल एसपी, डॉग स्क्वाएड और फॉरेंसिक टीम पहुंची और शव की शिनाख्त की कोशिश की गई.
इस दौरान बैग में एक पासपोर्ट मिला. कातिलों ने शव को ठिकाने लगाने से पहले बैग को चेक नहीं किया था. ऐसे में पासपोर्ट की मदद से पुलिस ने शव की पहचान कर ली. इसके बाद तुरंत पुलिस मृतक नौशाद के गांव पहुंच गई. जहां दूसरे ट्रॉली बैग पर खून के छीटें मिले. जिसके बाद पुलिस ने पत्नी को हिरासत में ले लिया और पूछताछ में उसने गांव के ही एक युवक के बारे में बताया, जो रिश्ते में भांजा लगता है.
हालांकि, पुलिस जब तक उसके घर पहुंचती, तब तक वह फरार हो चुका था. पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इसके अलावा हत्याकांड से जुड़े अन्य आरोपियों की भी तलाश की जा रही है.