लखीमपुर खीरी : बर्न वार्ड में बंद पड़े एसी, मरीजों को दिक्कतों का करना पड़ रहा सामना

 

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लखीमपुर खीरी : जिला अस्पताल में बर्न वार्ड की हालत खराब है. यहां एसी नहीं चल रहे हैं. इससे परिजनों को हाथ वाले पंखे का इस्तेमाल करना पड़ रहा है. इससे मरीजों में संक्रमण फैलने की आशंका बनी हुई है. इसके अलावा पर्चा काउंटर व दवा वितरण के सामने पंखे न होने से गर्मी में मरीजों व तीमारदारों की हालत खराब है.

जिला अस्पताल में प्रतिदिन करीब 1300-1500 मरीजों की ओपीडी होती है. इतने मरीज आने के बाद भी यहां अव्यवस्थाओं का अंबार है. अधिकांश मरीज अपनी बारी के लिए अस्पताल के हॉल में ठहरते हैं. यहीं पर पर्चा काउंटर व दवा वितरण कक्ष भी बना हुआ है. भीषण गर्मी होने के बावजूद यहां मरीजों व तीमारदारों के लिए पंखा तक नहीं लगा हुआ है.

 

वहीं बेंच की कमी होने से मरीजों को फर्श पर बैठना पड़ता है। सबसे ज्यादा बर्न वार्ड का हाल खराब है. वार्ड में दो एसी तो लगे हैं, लेकिन वह इस समय चल नहीं रहे हैं. इससे तीमारदारों को हाथ वाले पंखे का इस्तेमाल करना पड़ रहा है. इससे न सिर्फ संक्रामक रोग फैलने का खतरा बना हुआ है, बल्कि मरीजों व तीमारदारों को दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है.

 

कुछ ही सालों में जर्जर होने लगा 98 करोड़ का जिला अस्पताल

करीब 98 करोड़ रुपये खर्च कर मोतीपुर में बनी एमसीएच विंग की इमारत में फिलहाल जिला अस्पताल संचालित हो रहा है. ये इमारत कुछ ही सालों में जर्जर हो गई है. सीएमएस कार्यालय की गैलरी, पैथोलॉजी, मुख्य गेट, पर्चा काउंटर सहित अधिकांश जगहों की फॉल्स सीलिंग गिर रही हैं. कई जगहों पर फॉल्स सीलिंग से पानी टपक रहा है. औषधि भंडार कक्ष के पास दीवार से प्लास्टर छूट रहा है. जीने की ग्रिल व स्ट्रैचर टूटे हुए हैं.

खराब पड़ी लिफ्ट दे रहीं तकलीफ

कर्मचारियों और मरीजों के लिए जिला अस्पताल में पांच लिफ्ट लगवाई गई थीं. हालांकि यह लिफ्ट काफी समय से खराब पड़ी हुई हैं. लिफ्ट न चलने से तीसरी मंजिल से आने-जाने वाले मरीजों व अस्पताल कर्मियों को काफी दिक्कतें होती हैं. अस्पताल प्रशासन ने इसको जल्द शुरू कराने का आश्वासन तो दिया.

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