रीठी क्षेत्र में गर्मी के मौसम के साथ ही खेतों में नरवाई जलाने की घटनाएं फिर से सामने आने लगी हैं. हालांकि प्रशासन की ओर से नरवाई जलाने पर सख्त प्रतिबंध लगाया गया है और इसे एक दंडनीय अपराध माना गया है, बावजूद इसके कुछ किसान नियमों की अनदेखी करते हुए अपने खेतों में नरवाई में आग लगाकर चले जाते हैं.
इसी लापरवाही का एक मामला आज दोपहर करीब 2 बजे सामने आया, जब पटोहा रेलवे स्टेशन के पास स्थित खेतों में नरवाई में लगी आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. आग इतनी तेज़ी से फैली कि उसने देखते ही देखते लगभग 10 एकड़ के क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया.
मौके पर मौजूद लोगों ने तत्काल इसकी सूचना प्रशासन को दी. सूचना मिलते ही रीठी तहसीलदार आकांक्षा चौरसिया अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचीं और हालात का जायजा लेते हुए तुरंत फायर ब्रिगेड को अलर्ट किया. आग पर काबू पाने की कोशिशें तेज़ कर दी गई हैं.
फिलहाल समाचार लिखे जाने तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आग किसने लगाई और संबंधित खेत किसके हैं. तहसील प्रशासन मामले की जांच में जुट गया है.
इस तरह की घटनाएं ना सिर्फ फसलों को नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि आसपास के गांवों और लोगों के जीवन को भी खतरे में डाल देती हैं. प्रशासन की अपील है कि किसान नरवाई न जलाएं और नियमों का पालन करें.