बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज ने कांग्रेस को नेशनल हेराल्ड केस पर घेरते हुए कांग्रेसी सांसद प्रियंका गांधी को करार जवाब दिया है. वह मंगलवार को ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ को लेकर होने वाली जेपीसी की बैठक में शामिल होने के लिए एक बैग लेकर पहुंचीं, जिस पर ‘नेशनल हेराल्ड की लूट’ लिखा हुआ था. बांसुरी के इस कदम को कांग्रेसी सांसद द्वारा फिलिस्तीन लिखे बैग के जवाब में देखा जा रहा है.
भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा, ‘ये पहली बार है कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया में भ्रष्टाचार हुआ है. ईडी द्वारा दायर आरोपपत्र कांग्रेस पार्टी की पुरानी कार्यशैली और विचारधारा को उजागर करता है. सेवा की आड़ में वे सार्वजनिक संस्थानों को अपनी निजी संपत्ति बढ़ाने का साधन बनाते हैं. ये बहुत गंभीर मामला है…’
#WATCH | Delhi: BJP MP Bansuri Swaraj says "This is the first time that corruption has taken place in the fourth pillar of democracy-media. The charge sheet filed by the ED highlights the old working style and ideology of the Congress party. In the guise of service, they make… https://t.co/e6flNr3ta2 pic.twitter.com/MgI3wSlQrU
— ANI (@ANI) April 22, 2025
उन्होंने कहा कि 2000 हजार करोड़ों की संपत्ति को कोड़ियो के भाग, महज 50 लाख रुपये में यंग इंडिया ने हड़प ली. यंग इंडिया एक ऐसी कंपनी है, जिसकी 76 प्रतिशत ऑनरशिप गांधी परिवार की है. इसीलिए कांग्रेस पार्टी और शीर्ष नेतृत्व इसके लिए जवाबदेह है और 25 अप्रैल कोर्ट के समक्ष इसका जवाब दे.
‘चोरी और ऊपर से सीना जोरी’
बांसुरी ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि इस कहते हैं चोरी और ऊपर से सीना जोरी, मैं पूछना चाहती हूं, ये जो इतना गंभीर आरोप लगा है जो चार्जशीट से उभरकर आया है. राजनीतिक फंडिंग का दुरुपयोग कर कांग्रेस पार्टी ने ये लोन दिया. 2000 करोड़ की सार्वजनिक संपत्ति हड़प ली.
दरअसल, संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान कांग्रेसी सांसद प्रियंका गांधी फिलिस्तीन के लोगों के प्रति समर्थन और एकजुटता प्रदर्शित करते हुए एक हैंडबैंग लेकर संसद पहुंचीं थीं, जिस पर फिलिस्तीन लिखा हुआ था. इसके अगले दिन प्रियंका संसद में बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा का विरोध करते हुए एक बैग लेकर पहुंची थीं. जिस पर ‘बांग्लादेश के हिंदुओं और ईसाइयों के साथ खड़े हो’ लिखा था.
क्या है नेशनल हेराल्ड केस
बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में ट्रायल कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि कुछ कांग्रेसी नेताओं ने गलत तरीके से यंग इंडियन लिमिटेड (YIL) के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) का अधिग्रहण किया है. उन्होंने आरोप लगाया था कि सब कुछ दिल्ली में बहादुर शाह जफर मार्ग पर स्थित हेराल्ड हाउस की 2000 करोड़ रुपये की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया. साजिश के तहत यंग इंडियन लिमिटेड को एजेएल की संपत्ति का अधिकार दिया गया है.
नेशनल हेराल्ड की स्थापना जवाहर लाल नेहरू ने स्वतंत्रता सेनानियों के साथ मिलकर 1938 में की थी. एसोसिएट्स जर्नल्स लिमिटेड (AJL) नेशनल हेराल्ड अखबार की मालिकाना कंपनी है. कांग्रेस ने 26 फरवरी 2011 को इसकी 90 करोड़ रुपये की देनदारियों को अपने जिम्मे ले लिया था. इसका मतलब ये हुआ कि पार्टी ने इसे 90 करोड़ का लोन दे दिया. इसके बाद 5 लाख रुपये से यंग इंडियन कंपनी बनाई गई, जिसमें सोनिया और राहुल की 38-38 फीसदी हिस्सेदारी है. बाकी की 24 फीसदी हिस्सेदारी कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडीज (दोनों अब दिवंगत) के पास थी.
25 अप्रैल को होगी सुनवाई
बीते दिनों इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, सोनिया गांधी और ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के खिलाफ दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में चार्जशीट दायर की थी. ईडी ने चार्जशीट में सुमन दुबे और अन्य लोगों का नाम भी शामिल है, जिसपर सुनवाई के लिए 25 अप्रैल की तारीख मुकर्रर की गई है.