कलमा पढ़ने को कहा, पैंट उतारी और चेक की ID! पहलगांव में आतंकियों ने 27 लोगों को उतारा मौत के घाट

दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने जो तांडव मचाया, उसमें 27 लोगों की जान चली गई है. आतंकवादी पहलगाम पर्यटन क्षेत्र की बैसरन घाटी में पहाड़ से नीचे उतरे और वहां मौजूद टूरिस्ट को उनका नाम पूछ कर गोली मार दी. सूत्रों ने बताया कि इस हमले में 2 विदेशी नागरिकों के मारे जाने की भी खबर है. लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने हमले की जिम्मेदारी ली है. दोपहर करीब 3 बजे हुए इस हमले में आतंकवादियों ने महिलाओं और बुजुर्गों समेत कई लोगों को निशाना बनाया.

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इस हमले के कई वीडियो भी सामने आए हैं, जहां बैसरन के खास Get App वाले इलाके में जगह-जगह पर घायल और रोते बिलखते हुए रहे हैं. एक वीडियो में एक पीड़ित महिला रोते हुए बयां कर रही है, “हम भेलपूरी खा रहे थे, तभी साइड से दो लोग आए और उनमें से एक ने कहा कि ये मुस्लमान नहीं लगता है, इसे गोली मार दो और उन्होंने मेरी पति को गोली मार दी.”

प्रत्यक्षदर्शियों ने सुरक्षा बलों को बताया कि सेना की वर्दी पहने दो से तीन लोग घुस आए और पहलगाम के बैसरन मैदान में खच्चर पर सवार होकर मौज-मस्ती कर रहे पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी करने लगे.

सूत्रों के हवाले से बताया कि आतंकवादियों ने कथित तौर पर लोगों से ‘कलमा’ पढ़ने को कहा. ताकि वे गोली चलाने से पहले ये जान सकें कि कौन किस धर्म का है. कलमा, इस्लाम धर्म में, विश्वास की एक प्रतिज्ञा या घोषणा है, जो मुसलमान अपने विश्वास को अभिव्यक्त करने के लिए इस्तेमाल करते हैं. सूत्रों ने ये भी बताया कि आतंकियों ने पर्यटकों की पैंट उतरवाई गई, उनके ID कार्ड भी चेक किए गए.

सूत्रों के अनुसार, इस मामले की जांच नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी की सौंपी गई है. तलाशी और घेराबंदी अभियान खत्म होने के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम पहलगाम पहुंचने की संभावना है.

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