पंजाब के बटाला में एक 22 वर्षीय महिला के साथ कथित अपहरण और गैंगरेप के मामले में पुलिस ने एक ‘पादरी’ समेत 13 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. पुलिस ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 70 (गैंगरेप), 127(4) (गलत तरीके से बंधक बनाना) और 61(2) (आपराधिक साजिश) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
आरोपियों में ‘पादरी’ मंजीत सिंह के अलावा सावर मसीह, हैप्पी, काजल, राजिंदर सहित कुल 13 लोग शामिल हैं, जिनमें से दो की पहचान अभी नहीं हो पाई है.
सोशल मीडिया पर फॉलो और 3 महीने तक बंधक बनाकर शोषण
पीड़िता ने बताया कि वह फतेहगढ़ चुरियां रोड के पास एक गांव में स्थित राइस मिल में काम करती थी. उसी गांव का रहने वाला सावर मसीह किसी से उसका सोशल मीडिया अकाउंट आईडी लेकर उसे फॉलो करने लगा. जनवरी में सावर मसीह और उसका एक रिश्तेदार मिल पर पहुंचे और उसे बाहर बुलाकर तेजधार हथियार से धमकाकर स्कूटर पर जबरन ले गए.
पीड़िता के अनुसार, उसे एक अनजान जगह पर ले जाया गया जहां उसके साथ रेप किया गया, पीटा गया और तीन महीने तक एक घर में बंद रखा गया.
जबरन धर्म परिवर्तन और दस्तावेज पर हस्ताक्षर
उसने आरोप लगाया कि बाद में वहां पहुंचे ‘पादरी’ मंजीत सिंह ने उसे एक लिक्विड पिलाया और कहा कि अब वह ईसाई धर्म में परिवर्तित हो चुकी है. इसके बाद उससे एक दस्तावेज पर जबरन हस्ताक्षर कराए गए जिसमें लिखा था कि वह आरोपियों में से एक के साथ लिव-इन में रह रही है.
पीड़िता ने बताया कि बीते सप्ताह आरोपी कमरे का ताला लगाना भूल गए, जिसका फायदा उठाकर वह वहां से भाग निकली.
यह मामला ऐसे समय सामने आया है जब मोहाली कोर्ट ने इसी महीने 1 अप्रैल को एक स्वघोषित पादरी बजिंदर सिंह को 2018 के रेप केस में उम्रकैद की सजा सुनाई थी. वहीं, इस महीने की शुरुआत में ही एक अन्य कथित पादरी जशन गिल ने, जो दो साल से फरार था, उसने गुरदासपुर कोर्ट में सरेंडर किया.