मोरारी बापू की कथा में श्रीनगर गए थे पिता-पुत्र, पहलगाम में हुए आतंकियों के शिकार, मां सुरक्षित मिली

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले में गुजरात के 3 पर्यटकों की मौत की पुष्टि हुई है. मृतकों में भावनगर के एक पिता-पुत्र और सूरत के एक व्यक्ति शामिल हैं. दो अन्य पर्यटक घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है.

Advertisement

हमले के बाद सूरत के शैलेश कलठिया (44) की मौत की पुष्टि हुई. शैलेश मूल रूप से अमरेली के रहने वाले थे, लेकिन उनका परिवार सूरत में बसा था. पिछले एक साल से वह बैंक की नौकरी के कारण मुंबई में रह रहे थे. मंगलवार को उनका जन्मदिन था, जिसे मनाने के लिए वह पत्नी शीतल, बेटी नीति और बेटे नक्षत्र के साथ कश्मीर गए थे. पहलगाम की बैसारन घाटी में घुड़सवारी के दौरान आतंकी हमले में शैलेश को गोली लगी, जिससे उनकी मौत हो गई. उनकी पत्नी और बच्चे सुरक्षित हैं.

वहीं, बुधवार सुबह भावनगर के कालियाबीड निवासी यतीशभाई परमार (45) और उनके पुत्र स्मित (17) की भी मौत की पुष्टि सुरक्षा बलों ने की. दोनों हमले में घायल हुए थे. यतीशभाई एक हेयर सैलून चलाते थे, जबकि स्मित 11वीं कक्षा का छात्र था. भावनगर से 20 लोगों का एक समूह जम्मू-कश्मीर गया था, जिसमें यतीशभाई, उनकी पत्नी काजलबेन और स्मित शामिल थे.

बताया गया कि मंगलवार शाम से इनका संपर्क टूट गया था. काजलबेन सुरक्षित मिलीं, लेकिन यतीशभाई और स्मित की मौत हो गई. परिवार के अनुसार, वे मोरारी बापू की कथा में शामिल होने श्रीनगर गए थे और फिर घूमने पहलगाम पहुंचे थे.

भावनगर के समूह में शामिल विनुभाई डाभी नामक एक वृद्ध को गोली छूकर निकल गई. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है. समूह के बाकी 17 लोग सुरक्षित हैं.

गुजरात सरकार के प्रवक्ता और मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा, ”हमले में गुजरात के तीन पर्यटकों की मौत हुई है, जबकि दो घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है. गुजरात सरकार केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन के संपर्क में है. बाकी पर्यटकों को जल्द सुरक्षित वापस लाया जाएगा.”

 

 

Advertisements