पहलगाम आतंकी हमले की व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा ने निंदा की है. उन्होंने हमले की निंदा करते हुए इसे कायरतापूर्ण तरीका करार दिया. एएनआई से बातचीत करते हुए उन्होंनेकहा कि वह इस घटना की निंदा करते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं से कोई मुद्दा नहीं बनता है, नागरिकों पर हमला करके इसे मुद्दे वास्तव में एक कायरतापूर्ण तरीका है.
उन्होंने कहा कि धर्म और राजनीति दोनों अलग-अलग है और इसे अलग-अलग रखना चाहिए. आतंकवादियों ने लोगों की पहले पहचान पत्र की जांच की और उसके बाद फिर उन्हें मारा, क्योंकि उन्हें लगता है कि यहां मुसलमानों को दबाया जा रहा है.
#WATCH | #PahalgamTerroristAttack | Delhi | Businessman Robert Vadra says, "…I condemn this incident…Such incidents do not raise any issue. It is a cowardly way to raise the issues by attacking civilians…Religion and politics should stay separated. They (terrorists) killed… pic.twitter.com/kNtnh0fF5F
— ANI (@ANI) April 23, 2025
उन्होंने कहा कि वह इसके पूरी तरह विरुद्ध हूं, लेकिन जब तक हमलोग एकजुट और धर्मनिरपेक्ष नहीं हो जाएंगे, तब तक कमजोरियां और ये मुद्दे सीमावर्ती देशों को बहुत ही ज्यादा दिखाई देंगे. अब वहां के लोगों का बेरोजगार छिन जाएगा. केंद्र को ऐसे लोगों की मदद करनी चाहिए.
अल्पसंख्यक अहसज और परेशान महसूस करते हैं
उन्होंने कहा कि इस आतंकी घटना के बाद उन्हें बहुत बुरा लग रहा है और उनकी गहरी संवेदनाएं इस आतंकवादी कृत्य में मारे गए लोगों के प्रति हैं. हमारे देश में, हम देखते हैं कि यह सरकार हिंदुत्व की बात करती है और अल्पसंख्यक असहज और परेशान महसूस करते हैं.
उन्होंने कहा कियदि आप इस आतंकवादी कृत्य का विश्लेषण करते हैं, यदि वे (आतंकवादी) लोगों की पहचान देख रहे हैं, तो वे ऐसा क्यों कर रहे हैं? क्योंकि हमारे देश में हिंदुओं और मुसलमानों के बीच एक विभाजन पैदा हो गया है.
प्रधानमंत्री के लिए एक संदेश है
उन्होंने कहा कि इससे इस तरह के संगठनों को लगेगा कि हिंदू सभी मुसलमानों के लिए समस्या पैदा कर रहे हैं. पहचान को देखना और फिर किसी की हत्या करना, यह प्रधानमंत्री के लिए एक संदेश है, क्योंकि मुसलमान कमजोर महसूस कर रहे हैं.
राबर्ट वाड्रा ने कहा कि अल्पसंख्यक कमजोर महसूस कर रहे हैं. यह बात ऊपर से आनी चाहिए कि हम अपने देश में सुरक्षित और धर्मनिरपेक्ष महसूस करते हैं और हम इस तरह के कृत्य होते नहीं देखेंगे.