पहलगाम (Pahalgam) में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत ने टूरिज्म इंडस्ट्री में हलचल मचा दी है. इस हमले के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने जम्मू-कश्मीर के टूर रद्द कर दिए हैंय खासकर पश्चिम बंगाल, बिहार और अन्य पूर्वी राज्यों के यात्री इस हमले के बाद भयभीत होकर अपनी यात्रा रद्द कर रहे हैं.
एजेंसी के अनुसार, पहलगाम में आतंकी हमला पर्यटकों को निशाना बनाकर किया गया. यह कश्मीर के पर्यटन उद्योग के लिए गंभीर झटका साबित हो सकता है. जम्मू और कश्मीर में हाल के वर्षों में पर्यटन में वृद्धि देखी जा रही थी, लेकिन इस हमले ने पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं. पूर्वी भारत, विशेषकर पश्चिम बंगाल से कश्मीर आने वाले पर्यटकों की संख्या काफी अधिक रही है, और अब इस हमले के बाद बड़े पैमाने पर यात्राएं रद्द हो रही हैं.
कलकत्ता के ट्रैवल ऑपरेटर ने बताया कि उन्हें लगातार लोगों से यात्रा रद्द करने के लिए कॉल आ रहे हैं. इस हमले के बाद लोग अपनी कश्मीर यात्रा रद्द कर रहे हैं. कश्मीर के प्रमुख पर्यटन स्थल जैसे पहलगाम और गुलमर्ग को जाने वाले अधिकांश पर्यटक योजनाओं को स्थगित कर रहे हैं.
ट्रैवल एजेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के पूर्वी क्षेत्र के अध्यक्ष बिलोलकषा दास ने कहा कि कश्मीर में पहले भी आतंकवादी हमले हुए थे, लेकिन कभी भी पर्यटकों को निशाना नहीं बनाया गया. इस हमले से कश्मीर के पर्यटन उद्योग को गंभीर नुकसान हो सकता है.
गर्मियों के पर्यटन सीजन की शुरुआत में ही यह हमला हुआ है, जब कश्मीर को लेकर उम्मीदें काफी ज्यादा थीं. पर्यटन उद्योग से जुड़े कई विशेषज्ञों ने यह जताया कि इस हमले के बाद कश्मीर पर्यटन पर गहरा असर पड़ेगा. ट्रैवल एजेंट्स का कहना है कि इस हमले के बाद लगभग 30 प्रतिशत पर्यटकों की यात्रा रद्द हो सकती है. पश्चिम बंगाल से कश्मीर जाने वाले 300 से अधिक पर्यटकों के समूहों की बुकिंग रद्द हो गई है.
ट्रैवल एजेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय समिति सदस्य अनिल पंजाबी ने कहा कि पश्चिम बंगाल से हर दिन 300 से अधिक बुकिंग होती थीं, जो अब रद्द हो रही हैं. इससे कश्मीर पर्यटन को भारी आर्थिक नुकसान होगा.
कश्मीर का पर्यटन उद्योग पहले ही गंभीर संकट से गुजर रहा है. कश्मीर के होटल, हाउसबोट मालिक, ड्राइवर, गाइड और अन्य पर्यटन से जुड़े लोग मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. इस हमले ने कश्मीर के पर्यटन को फिर से संकट में डाल दिया है.