गोंडा : ज़िले में आयोजित तहसील समाधान दिवस के मौके पर डीएम नेहा शर्मा के निर्देश पर राजस्व विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए वर्षों से चले आ रहे राजस्व विवादों और चकमार्गों पर अतिक्रमण को हटाया. इस अभियान के तहत चार तहसीलों में कई सरकारी ज़मीनें खाली कराई गईं और ग्रामीणों को राहत दी गई.
डीएम ने पहले ही सभी उपजिलाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि समाधान दिवस पर राजस्व एवं चकमार्ग से जुड़े मामलों का मौके पर सत्यापन कर प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण किया जाए. इसी क्रम में हर तहसील स्तर पर 10-10 राजस्व टीमों का गठन किया गया, जिन्होंने समयबद्ध तरीके से शिकायतों का निपटारा सुनिश्चित किया.
मनकापुर में 10 साल पुराना अतिक्रमण हटाया गया
ग्राम बरसैनिया लखपतराय में राम सिंह द्वारा खलिहान भूमि (गाटा संख्या 56) पर 10 साल से चल रहे अवैध कब्जे की शिकायत की गई थी. राजस्व टीम ने सीमांकन कर सरकारी ज़मीन को अतिक्रमण मुक्त कर दिया.
चकमार्ग की भूमि ग्राम प्रधान को सौंपी गई
ग्राम चुवाड़ बभनीपायर की श्रीदेवी द्वारा चकमार्ग (गाटा संख्या 808 एवं 821) की पैमाइश की मांग की गई थी. मौके पर जाकर भूमि चिन्हित की गई और ग्राम प्रधान को सुपुर्द कर मरम्मत एवं पटाई के निर्देश दिए गए.
तालाब की जमीन से भी हटाया कब्जा
ग्राम बूढ़ापायर के चन्दी प्रसान ने तालाब की भूमि (गाटा संख्या 171 व 160) से अतिक्रमण हटवाने की मांग की थी. सीमांकन के बाद भूमि को खाली कर इसे भी ग्राम प्रधान के सुपुर्द किया गया.
देवरिया, केशवनगर और चकगौरा में भी कार्रवाई
ग्राम देवरिया, केशवनगर ग्रन्ट पश्चिमी और चकगौरा में भी चकमार्गों पर अतिक्रमण की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई हुई। भूमि को अतिक्रमण मुक्त कर, पुनः ग्राम प्रधान की देखरेख में सौंप दिया गया.
इस अभियान से न सिर्फ सरकारी ज़मीन को अवैध कब्जों से मुक्त कराया गया, बल्कि ग्रामीणों को लंबे समय से चले आ रहे विवादों से भी निजात मिली। प्रशासन की इस कार्रवाई की ग्रामीणों ने सराहना की है.