Madhya Pradesh: रीठी तहसील के उप स्वास्थ्य केंद्रों में आज भी ताले लटकते नजर आए, संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले चार दिनों से हड़ताल पर हैं. कर्मचारियों का कहना है कि, जब तक सरकार उनकी मांगें पूरी नहीं करती, तब तक हड़ताल जारी रहेगी.
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारीयो का कहना हैं की हम तब तक हड़ताल पर रहेंगे जब तक हमारी सभी मांगों पर सरकार ठोस फैसला नहीं लेती हमारे बिना ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह चरमरा गई हैं. हड़ताल का असर सीधे तौर पर आम लोगों पर पड़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में ना तो टीकाकरण हो रहा है, और ना ही प्राथमिक उपचार की सुविधा मिल पा रही है। रीठी का सरकारी अस्पताल भी डॉक्टरों की भारी कमी से जूझ रहा है, जिससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
ग्रामीणों का कहना हैं की “हम दूर-दराज से इलाज के लिए आते हैं, लेकिन यहाँ कोई सुविधा नहीं मिल रही। अब तो प्राइवेट में पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं.”
प्रदेश भर के करीब 32 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल हैं. उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं की गईं, तो यह आंदोलन और व्यापक रूप ले सकता है.
स्वास्थ्य सेवाओं की ये स्थिति चिंताजनक है अब देखना होगा कि, सरकार संविदा कर्मचारियों की मांगों पर क्या फैसला लेती है और कब तक आम जनता को राहत मिलती है.