सीधी जिले के बहरी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम नगझर के पास कुठुलिया गांव में सोन घड़ियाल अभ्यारण्य से एक चिंताजनक खबर सामने आई है। रविवार सुबह 6 बजे ग्रामीणों ने नदी किनारे एक मृत मगरमच्छ देखा और तत्काल इसकी सूचना वन विभाग को दी। मगरमच्छ की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई थी, बावजूद इसके बिना पोस्टमार्टम कराए ही उसे दफना दिया गया, जिससे वन विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं.
ग्रामीण सत्यवान रावत ने बताया कि कुछ शरारती तत्व नदी में मछली मारने के लिए डायनामाइट का इस्तेमाल करते हैं। शनिवार रात भी तेज धमाके की आवाज सुनाई दी थी। आशंका जताई जा रही है कि इसी कंपन के कारण मगरमच्छ की जान गई हो। ग्रामीणों ने वन विभाग पर लापरवाही और मामले को दबाने का आरोप लगाया है.
इस बीच सोन घड़ियाल अभ्यारण्य के वन परिक्षेत्र अधिकारी सीधी, राजेश कन्ना टी ने दावा किया कि यह प्राकृतिक मौत है। साथ ही उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एक जांच टीम का गठन कर दिया गया है, जो मौके पर जाकर विस्तृत जांच करेगी. रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्यवाही की जाएगी.
गौरतलब है कि सोन घड़ियाल अभ्यारण्य जैव विविधता की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील क्षेत्र है, जहां इस तरह की घटनाएं पर्यावरण संरक्षण पर भी गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े करती हैं। ग्रामीणों की मांग है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.