ग्वालियर। रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी सुप्रदिप्तानंद को डिजिटल अरेस्ट कर 2.53 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में दिल्ली के तीनों छात्रों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। इन्हें पूछताछ के लिए दो दिन की रिमांड पर लिया गया है।
छात्रों से जब पूछताछ की गई, तो उन्होंने बताया कि खाते बेचने पर इन्हें कमीशन मिलता था। प्रति एक लाख रुपये पर आठ हजार रुपये का कमीशन इनका बिचौलिया देता था। इससे पहले भी इनके खाते में ठगी के रुपये आए हैं।
तीन छात्रों को दिल्ली से किया गिरफ्तार
बता दें कि मामले की जांच कर रही ग्वालियर पुलिस की क्राइम ब्रांच को दिल्ली के कुछ बैंक खातों में ठगी के रुपये भेजे जाने की जानकारी मिली थी। पुलिस ने दिल्ली के चंद्र विहार निवासी तीन छात्रों वर्धमान उर्फ उज्ज्वल, उसके ममेरे भाई दीपांशु मौर्य और गुरजीत पुत्र हरविंदर सिंह गिरफ्तार किया था।
इनमें ठगी के करीब पांच लाख रुपये वर्धमान उर्फ उज्ज्वल के खाते में गए थे। उसके बैंक आफ बड़ौदा स्थित बैंक खाते से 2.80 लाख रुपये गुरजीत सिंह के यश बैंक के खाते में गए। 1.70 लाख रुपये किसी अन्य बैंक खाते में गए।
वर्धमान ने पूछताछ में बताया कि उसके खाते में पांच लाख रुपये आए थे। इस हिसाब से उसे 40 हजार रुपये कमीशन मिलना था, लेकिन यह धन बिचौलिये ने नहीं दिया। बिचौलिया नवीन शर्मा अभी अंबाला जेल में है। अंबाला जिले की साइबर क्राइम विंग ने उसे 13 अप्रैल को गिरफ्तार किया था।
अंबाला में ठगी की बड़ी वारदात में नवीन शर्मा पकड़ा गया है। पुलिस नवीन शर्मा को प्रोडक्शन वारंट पर लाने का प्रयास कर रही है। यह भी बता दें कि ठगी के इस मामले में इससे पहले उज्जैन से छह आरोपितों को पकड़ा गया था। इसमें बंधन बैंक का पूर्व मैनेजर, महिला कैशियर भी शामिल थे।