पेंड्रारोड : रेलवे स्टेशन पर उस समय एक बड़ा खुलासा हुआ जब सारनाथ एक्सप्रेस में एक फर्जी टीटीई को यात्रियों की सतर्कता के कारण पकड़ लिया गया. आरोपी युवक काले कोट पहनकर यात्रियों से पैसे वसूल रहा था, लेकिन उसकी पोल तब खुल गई जब एक यात्री ने असली टीटीई को उसकी संदिग्ध गतिविधियों के बारे में बताया.
फर्जी टीटीई की पहचान और गिरफ्तारी
गिरफ्तार युवक की पहचान हामिद हुसैन, पिता अहमद हुसैन, निवासी जलेबी चौक, भिलाई पावर हाउस के रूप में हुई. जांच में पता चला कि वह फर्जी टीटीई बनकर यात्रियों को ठग रहा था. पेंड्रारोड जीआरपी ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया.
यात्रियों की सतर्कता की वजह से हुआ खुलासा
सारनाथ एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में एक युवक टिकट चेकिंग के नाम पर यात्रियों से संपर्क कर रहा था. उसका व्यवहार और केवल काला कोट पहनना यात्रियों को संदिग्ध लगा, क्योंकि वह टीटीई की आधिकारिक वर्दी में नहीं था. एक यात्री ने तुरंत दूसरे कोच के असली टीटीई को इसकी सूचना दी, जिसके बाद कार्रवाई हुई.
आरपीएफ और जीआरपी की त्वरित कार्रवाई
टीटीई ने तत्काल ट्रेन स्टाफ और सुरक्षा बलों को सूचित किया. ट्रेन के उसलापुर स्टेशन पार करने के बाद पेंड्रारोड स्टेशन पर आरपीएफ और जीआरपी की टीम ने कार्रवाई करते हुए युवक को हिरासत में लिया. इस मामले में पेंड्रारोड जीआरपी ने उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 204, 205, 318 और 319 के तहत मामला दर्ज किया.