साइबर स्कैमर्स भोले-भाले लोगों को चूना लगाने के लिए अलग-अलग तरकीब तैयार करते हैं. ऐसा ही एक तरीके के बारे में सरकारी एजेंसी ने X पोस्ट द्वारा बताया है और उससे सावधान रहने को कहा है. दरअसल, स्कैमर्स श्रद्धालुओं को भी शिकार बना रहे हैं.
सरकारी एजेंसी द्वारा ऑपरेट किए जाने वाले CyberDost I4C के X अकाउंट ने बताया है कि फेक वेबसाइट और विज्ञापन के चक्कर में ना फंसे.
कई फेक वेबसाइट और विज्ञापन सोमनाथ और केदरनाथ यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को धार्मिक स्थल तक जाने का टूर पैकेज ऑफर करती हैं. ये आपको आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचा सकती है. जबकि हमेशा ऑफिशियल वेबसाइट की मदद से ही बुकिंग करनी चाहिए.
मिलते-जुलते नाम से बनाते हैं फेक वेबसाइट और लगाते हैं चूना
साइबर ठग अक्सर लोगों के बैंक अकाउंट आदि में सेंधमारी करने के लिए एक फेक वेबसाइट या मिलते जुलते नाम की वेबसाइट तैयार कर लेते हैं. यहां स्कैमर्स बैंक डिटेल्स या पेमेंट करने को कहते हैं, इसके बाद वे आपको आर्थिक नुकसान पहुंचा सकते हैं.
ऐसे पहचानें फेक वेबसाइट
यहां आज आपको फेक वेबसाइट पहचानने का तरीका बताने जा रहे हैं. इसके लिए आप URLs से लेकर वेबसाइट के डिजाइन तक को चेक कर सकते हैं. इसके लिए कुछ तरीकों को फॉलो करना होगा.
URL चेक करें : इसके लिए आप URL की स्पेलिंग आदि को चेक कर सकते हैं. स्कैमर्स अक्सर ऐसी URL का उपयोग करते हैं जो वैध साइट्स की नकल करते हैं और उसमें थोड़े बहुत बदलाव करते हैं.
डोमेन को वेरिफाई करें
अक्सर वेलिड वेबसाइट ट्रस्टेड डोमेन (जैसे .com, .org) का यूज करते हैं. .xyz, .top, या .info जैसे इनवेलिड एक्सटेंशन से सावधान रहना चाहिए. साथ ही आप HTTPS सुनिश्चित करें, जो सुरक्षित कनेक्शन को दर्शाता है. लेकिन ध्यान दें कि कुछ स्कैमर्स के पोर्टल भी HTTPS का यूज कर सकती हैं.