‘पहलगाम हमला राक्षसी, चार धाम यात्रा सुरक्षित होगी’, उत्तराखंड के CM धामी ने गिनाईं तैयारियां

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहलगाम आतंकी हमले को कायराना बताते हुए कहा है कि निहत्थे लोगों को नाम, धर्म पूछकर मारा गया. इसे राक्षसी की संज्ञा दी जा सकती है. सेना इसका उचित जवाब देगी. उन्होंने चार धाम यात्रा के लिए सुरक्षा तैयारियों पर कहा कि हर तीर्थयात्री की सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है. आश्वस्त करता हूं कि यह यात्रा सुरक्षित होगी और सुगम भी. सीएम धामी ऋषिकेश के स्वामीनारायण घाट पर ‘आज तक’ के धर्म संसद के ‘चलो चार धाम’ सत्र में बोल रहे थे.

Advertisement

सीएम धामी ने कहा कि चार धाम यात्रा पूरी तरह से व्यवस्थित होगी. हमें पहले से ही अंदाजा है कि इस बार चार धाम यात्रा के लिए ज्यादा लोग आएंगे. हम उसके अनुरूप ही तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हर एक यात्री की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है. दर्शन अच्छे से हो और यात्रा में किसी तरह का व्यवधान न हो, हम इसके लिए काम कर रहे हैं. सीएम ने आश्वस्त किया कि यात्रा पिछले साल से भी सुगम होगी. हम सभी व्यवस्थाएं मॉनिटर कर रहे हैं. यह केवल एक यात्रा नहीं है. जो भी किसी भी रूप में योगदान देगा, उसको भी पुण्य मिलेगा.

उन्होंने चार धाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को आमंत्रित करते हुए कहा कि हम सभी को आमंत्रित करते हैं कि आएं. हमने पूरे इंतजाम किए हैं. सीएम धामी ने कहा कि यह यात्रा शुरू से ही कठिन यात्रा रही है. अब तो ऑल वेदर रोड बन गई, आप आइए. आपकी सुरक्षित यात्रा संपन्न कराना हम सबकी जिम्मेदारी है. उन्होंने रेल परियोजना का उल्लेख कर कहा कि लाइन बिछाने का काम चल रहा है. इसका काम पूरा हो जाएगा तो चार धाम यात्रा आसान हो जाएगी, लोगों का जीवन आसान हो जाएगा.

सीएम धामी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि यात्रा और एडवेंचर, दोनों अलग चीजें हैं. हम चाहते हैं कि एडवेंचर के लिए अलग जगह हो. हमारी कोशिश है कि चार धाम के आसपास भी क्षेत्र विकसित हो जाएं जहां लोग जाएं. उन्होंने औली की बर्फ से लेकर चकराता और हरिद्वार तक, सबका जिक्र किया और कहा कि लोग देहरादून, ऋषिकेश, लैंसडाउन, हर्षिल के नाम ले लेंगे. यह कहना चाहता हूं कि उत्तराखंड में 30-40-50 स्थान नहीं हैं. यहां आप जहां जाएंगे, एक नया डेस्टिनेशन मिल जाएगा. सीएम धामी ने चार धाम यात्रा के लिए आए 77 पाकिस्तानी हिंदुओं के वापस जाने को लेकर सवाल का भी जवाब दिया.

उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थिति पैदा हो गई है. गृह मंत्रालय की ओर से राज्यों को यह निर्देश दिया गया था कि पाकिस्तान के जो नागरिक वहां हैं, उनको वापस भेजा जाए. सीएम धामी ने कहा कि ऐसे लोगों को छोड़कर जिनका किसी गंभीर बीमारी का इलाज चल रहा है, बाकी लोगों को वापस जाना पड़ा है. सिंधु का पानी रोके जाने को लेकर सवाल पर उन्होंने कहा कि पानी और खून, दोनों साथ नहीं बह सकते. लोग चाहते हैं कि इसका जवाब दिया जाना चाहिए जो घटना घटी है. जन-जन यही चाहता है और मोदी जी ने इस पर काम शुरू कर दिया है.

UCC से बहुविवाह जैसी कुप्रथाओं पर लगी रोक

कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा को लेकर सवाल पर सीएम धामी ने कहा कि वहां के (जम्मू कश्मीर के) मंत्री भी आए थे. हमने कहा कि निश्चिंत रहिए, ये देश के बच्चे हैं और इनकी सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है. इन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं आएगी. उन्होंने यूसीसी को लेकर कहा कि उत्तराखंड से निकला यूसीसी देश के सभी राज्यों को लाभ देगा. हमने विधानसभा चुनाव में जनता के सामने संकल्प व्यक्त किया था. हमने उसे पूरा कर दिया. सीएम धामी ने वक्फ को लेकर सवाल पर कहा कि वक्फ का संशोधन अलग है. वक्फ से किसी को फायदा नहीं हुआ. गरीब तबके के मुस्लिम को फायदा नहीं हुआ. सोनिया गांधी के रिमोट से चलने वाली जो सरकार थी, उसने ऐसे ऐसे संशोधन कर दिए कि वक्फ की जमीन कई गुना बढ़ गई.

उन्होंने कहा कि जो देश विरोधी लोग हैं, देश को तोड़ने वाले लोग हैं, वह इसके (वक्फ संशोधन कानून के) विरोध में हैं. राष्ट्रवादी और देश का हित चाहने वाले लोग इस कानून के पक्ष में हैं. सीएम धामी ने यूसीसी को लेकर कहा कि इससे हलाला और बहुविवाह जैसी कुप्रथाओं पर रोक लगी है. न्यायालयों में जो मामले लंबित हैं, उनमें भी सहायता मिल रही है. उन्होंने मदरसों को लेकर एक्शन पर कहा कि हमने किसी को टार्गेट करके कुछ भी नहीं किया है. हमने कहा है कि बच्चों को विधिसम्मत तरीके से शिक्षा दी जानी चाहिए.

अखिलेश यादव की बातों का जवाब नहीं देना चाहता- CM

नाम परिवर्तन के एक्शन पर सीएम धामी ने कहा कि लोगों ने, जनप्रतिनिधियों ने हमें 17 जगह के नाम दिए थे. उसके आधार पर ही किया. एक जगह को लेकर कुछ लोगों ने कहा कि होना चाहिए, कुछ लोगों ने कहा कि नहीं होना चाहिए. उसकी जांच चल रही है. अखिलेश यादव के उत्तराखंड का नाम बदलकर 2.0 करने की मांग वाले बयान पर उन्होंने कहा कि उनके पिता जी (मुलायम सिंह यादव) नहीं चाहते थे कि उत्तराखंड बने. खटीमा गोलीकांड हुआ जहां पला-बढ़ा हूं. हमारे उत्तराखंड से गए कारसेवकों पर गोलियां चलीं. सीएम धामी ने कहा कि अखिलेश जी की बातों का जवाब नहीं देना चाहता.

उन्होंने बेरोजगारी के सवाल पर आंकड़े गिनाए और कहा कि राज्य गठन के बाद 21 साल में 12 हजार लोगों को नौकरी मिली थी. पिछले चार साल में 23 हजार लोगों को सरकारी नौकरियां मिल चुकी हैं. लोग कहते हैं कि ये नौकरी मिलने का भी कालखंड है. सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड कई सारे मामलों में भी आगे बढ़ रहा है. देश के लिए उदाहरण बन रहा है. उत्तराखंड पर्यटन को लेकर सवाल पर सीएम धामी ने कहा कि धार्मिक यात्रा और एडवेंचर, दोनों अलग-अलग चीजें हैं. इनके लिए हम चाहते हैं कि अलग-अलग जगह डेवलप हों. ये यात्राएं अलग महत्व रखती हैं.

Advertisements