सुल्तानपुर जिले के जयसिंहपुर में सारस प्रजाति के आशियाने पर खतरा, ग्रामीणों ने सांसद से कार्रवाई की मांग

यूपी के सुल्तानपुर जिले में जयसिंहपुर तहसील क्षेत्र में स्थित कमल सरोवर का अस्तित्व खतरे में है. यह सरोवर खपराडीह, रामनाथपुर, देवपरापार और विशुनदासपुर गांवों के बीच स्थित है. 11.3190 हेक्टेयर में फैला यह जलाशय प्रवासी पक्षियों और सारस प्रजाति का मुख्य केंद्र रहा है. वर्ष 2015 में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के निर्माण से सरोवर का एक बड़ा हिस्सा पहले ही क्षतिग्रस्त हो चुका है. अब तहसील प्रशासन ने बचे हिस्से को मत्स्य पालन के लिए पट्टे पर दे दिया है. इससे प्रवासी पक्षियों के आगमन पर असर पड़ने की आशंका है.

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ग्राम प्रधान मंजू देवी, दिलीप सिंह और मनोज विश्वकर्मा सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने सांसद रामभुआल निषाद को शिकायती पत्र सौंपा है। ग्रामीणों ने मत्स्य पालन का पट्टा रद्द करने और सरोवर को संरक्षित क्षेत्र घोषित करने की मांग की है.

उनका कहना है कि यह तालाब वर्षा जल संचयन, बाढ़ नियंत्रण और जैव विविधता के लिए महत्वपूर्ण है. सांसद रामभुआल निषाद ने ग्रामीणों की मांग पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही उच्चाधिकारियों से वार्ता करेंगे। साथ ही कमल सरोवर की स्थिति को बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास करने का वादा किया है.

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