लोकगायिका नेहा सिंह राठौर एक बार फिर विवादों में घिर गई हैं. लखनऊ में शिकायत दर्ज होने के बाद अब अयोध्या की एक अदालत में भी नेहा सिंह के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है. यह मामला ब्लॉक प्रमुख संघ के जिला अध्यक्ष शिवेंद्र सिंह द्वारा उनके वरिष्ठ अधिवक्ता मार्तंड प्रताप सिंह के माध्यम से दाखिल किया गया है. इसमें नेहा सिंह राठौर पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जिसमें उन पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक और झूठे आरोप लगाने की बात कही गई है.
आपको बता दें कि नेहा सिंह राठौर के खिलाफ अयोध्या की एसीजेएम/सिविल जज सीनियर डिवीजन-4 न्यायाधीश एकता सिंह की अदालत में शिकायत दर्ज कराई गई है. शिकायत के अनुसार, नेहा सिंह ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि यह हमला जानबूझकर कराया गया ताकि बिहार विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी पार्टी को राजनीतिक लाभ मिल सके. इस पोस्ट में सीधे तौर पर प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और रक्षा मंत्री को इस हमले का साजिशकर्ता बताया गया, जो कि न केवल आधारहीन है, बल्कि देश की सुरक्षा व्यवस्था और संवैधानिक संस्थाओं पर सीधा प्रहार भी माना जा रहा है.
अधिवक्ता मार्तंड प्रताप सिंह ने कहा कि नेहा सिंह ने इस संवेदनशील मुद्दे पर बेबुनियाद बयानबाजी कर सस्ती लोकप्रियता पाने की कोशिश की है. उन्होंने यह भी बताया कि राठौर की उक्त पोस्ट को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के सोशल मीडिया अकाउंट से साझा किया गया, जिससे यह साबित होता है कि उनकी बातों को भारत विरोधी ताकतें भी प्रोत्साहित कर रही हैं.
उन्होंने इसे देश की संप्रभुता और सुरक्षा के खिलाफ साजिश बताया और मांग की कि नेहा सिंह राठौर के खिलाफ देशद्रोह के तहत कड़ी कार्रवाई की जाए. शिकायतकर्ता शिवेंद्र सिंह ने कहा कि एक कलाकार होने के नाते नेहा सिंह राठौर को अपनी अभिव्यक्ति की आज़ादी का प्रयोग जिम्मेदारी से करना चाहिए था, लेकिन उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मामले को हल्के में लेते हुए झूठे और भड़काऊ आरोप लगाए, जिससे आम जनता में भ्रम की स्थिति पैदा हुई और शांति व्यवस्था पर असर पड़ा.
इस मामले में कोर्ट जल्द ही सुनवाई की तिथि तय करेगी. यदि प्रथम दृष्टया आरोप सही पाए जाते हैं, तो नेहा सिंह राठौर को कानूनन गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ सकता है. वरिष्ठ अधिवक्ता मार्तंड प्रताप सिंह के मुताबिक, देश की सुरक्षा से जुड़े मसले पर इस तरह की गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी देशद्रोह की श्रेणी में आती है. कोर्ट से मांग की गई है कि नेहा सिंह राठौर के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाए.