24 घंटे में मुख्यमंत्री ने कवर कर डाले 10 जिलों के सामूहिक विवाह सम्मेलन, बोले- ऐसे आयोजन फिजूलखर्ची रोकने में उपयोगी

अक्षय तृतीया के अबूझ मुहूर्त पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 24 घंटे के भीतर 10 जिलों में आयोजित 15 सामूहिक विवाह सम्मेलनों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई. मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आयोजित इन सम्मेलनों में उन्होंने 8 जगहों पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए और बाकी जगहों पर स्वयं उपस्थित होकर नवदंपतियों को आशीर्वाद दिया.

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बुधवार सुबह उज्जैन से शुरू हुआ यह सिलसिला देर शाम तक चला. cm यादव ने उज्जैन के राधिका मैरिज गार्डन और चतुर्भुज मैरिज गार्डन में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलनों में शिरकत की. इसके बाद सुबह 9:45 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वे शिवपुरी (ग्राम परिच्छा, पोहरी), इंदौर (ग्राम झलारिया, सांवेर), धार (ग्राम पंधानिया, धरमपुरी), हरदा (ग्राम नयागांव, टिमरनी), छिंदवाड़ा (इनर ग्राउंड, डीईसी कॉलेज, नागपुर रोड) और पन्ना (ग्राम पंचायत बनौली, कुआंताल धाम, पवई) में आयोजित सम्मेलनों में शामिल हुए. सुबह 10:45 बजे वे उज्जैन से कालापीपल के लिए रवाना हुए और 11:25 बजे रामपुरा (कालापीपल) में सामूहिक विवाह सम्मेलन में पहुंचे.

इसके बाद दोपहर 3 बजे जानापाव से मुख्यमंत्री उमरबन (मनावर), जिला धार पहुंचे, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना का शुभारंभ किया और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कराहल, जिला शिवपुरी के सम्मेलन में भाग लिया. शाम 5 बजे उमरबन से नागदा, जिला उज्जैन पहुंचकर उन्होंने वहां के सामूहिक विवाह सम्मेलन में हिस्सा लिया. देर शाम मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वे इंदौर में सोनकर समाज के सामूहिक विवाह कार्यक्रम को संबोधित करते नजर आए.

CM यादव ने कहा, “सामूहिक विवाह फिजूलखर्ची को रोकने, आडंबर और दिखावे पर नियंत्रण करने और समय की बचत करने की दृष्टि से उपयोगी हैं. सरकार ऐसे आयोजनों को प्रोत्साहित कर रही है.” उन्होंने सनातन संस्कृति का जिक्र करते हुए कहा, “मनुष्य जन्म वर्षों के पुण्य का फल है. सनातन संस्कृति में 16 संस्कारों से गुजरना होता है, जिनमें विवाह सबसे बड़ा संस्कार है. अग्नि को साक्षी मानकर 7 फेरे लेते हुए 7 जन्मों का संकल्प लिया जाता है. अक्षय तृतीया के दिन जो मिलता है, वह हमेशा बढ़ता है, उसका कभी क्षय नहीं होता.”

उन्होंने छिंदवाड़ा में 929, पन्ना में 915, आनंदधाम शिवपुरी में 80, इंदौर में 121, पंधानिया (धार) में 80 और नयागांव (हरदा) में 80 नवदंपतियों को शुभकामनाएं दीं. मुख्यमंत्री ने सभी जोड़ों के सुखद, स्वस्थ और दीर्घायु जीवन की कामना की.

सीएम यादव ने महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए कहा कि इस साल बजट में बेटी-बहनों के कल्याण के लिए 27 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. मध्य प्रदेश के महिला सशक्तिकरण मॉडल की कई राज्य नकल कर रहे हैं. राज्य सरकार औद्योगिक विकास, महिला स्व-सहायता समूहों और किसानों की आय बढ़ाने के लिए काम कर रही है. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा और विधानसभाओं में 33 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की हैं, जबकि राज्य सरकार सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दे रही है.

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