लॉजिस्टिक्स में जबरदस्त छलांग
लॉजिस्टिक्स बिजनेस की कमाई दोगुनी होकर ₹1,030 करोड़ हो गई, जो पिछले साल ₹560 करोड़ थी। ट्रकिंग और फ्रेट सर्विस में ग्रोथ के चलते ये उछाल देखने को मिला। लॉजिस्टिक्स का EBITDA ₹181 करोड़ रहा और मार्जिन 18% तक पहुंच गया।
Marine services की कमाई में भी बंपर 125% की बढ़ोतरी हुई और ये ₹361 करोड़ तक पहुंची। EBITDA में 167% की ग्रोथ दिखी जो ₹259 करोड़ रहा। इससे साफ है कि Adani अब समंदर की लहरों पर भी राज कर रहा है।
फाइनेंशियल कंट्रोल और दमदार मार्जिन
कंपनी का नेट डेब्ट-टू-EBITDA रेशियो अब 1.9x है, जो पिछले साल 2.3x था, यानि कर्ज पर कंट्रोल बेहतर हुआ है। Q4 का EBITDA ₹5,006 करोड़ रहा और मार्जिन 59% पर बना रहा, जो कि काफी मजबूत प्रदर्शन है।
इस तिमाही में Adani Ports ने कोलंबो के वेस्ट इंटरनेशनल टर्मिनल में ऑपरेशन शुरू किया और ऑस्ट्रेलिया के North Queensland Export Terminal की खरीददारी पर भी काम बढ़ाया है। साथ ही, भारत के विजिंजम और गोपालपुर पोर्ट पर भी नई टर्मिनल्स चालू की गईं।
कंपनी ने FY26 के लिए 36,000–38,000 करोड़ रुपये की रेवेन्यू और 21,000–22,000 करोड़ रुपये के EBITDA का लक्ष्य रखा है। यानी ग्रोथ की रफ्तार थमने वाली नहीं है।
डिविडेंड का ऐलान
अडानी पोर्ट्स ने डिविडेंड देने का भी ऐलान किया है। कंपनी ने प्रति इक्विटी शेयर 7 रुपए के डिविडेंड देने की घोषणा की है। इसके लिए 13 जून रिकार्ड डेट तय की गई है।
Adani Ports का ये तिमाही प्रदर्शन दिखाता है कि कंपनी सिर्फ एक पोर्ट ऑपरेटर नहीं, बल्कि भारत की लॉजिस्टिक रीढ़ बन चुकी है। मुनाफे और टन में गिनने वाली ग्रोथ के साथ अब यह ग्लोबल लेवल पर भी अपना झंडा गाड़ रही है।