पहलगाम पर NIA का बड़ा खुलासा, बैसरन घाटी से 10 किमी छिपाए गए थे हथियार, सामने आया एक और किरदार

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जांच एजेंसियां एक्शन मोड में हैं. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) भी इस घटना के तमाम पहलुओं की जांच में जुटी है. पूरी टीम इलाके की बारीकी से जांच कर रही है. अब इस जांच को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. सूत्रों की मानें तो पहलगाम आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर, ISI और पाक आर्मी की सजिश है.

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NIA के सूत्रों के मुताबिक जांच में सामने आया की आतंकियों ने हथियार बेताब घाटी में छुपाए थे. जो घटना वाली जगह से 10 किलोमीटर दूर है. यहां हथियार छिपाने से पहले आतंकियों ने रैकी भी की थी. प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में OGW का ज़िक्र भी किया गया है. इस रिपोर्ट में आतंकी हमले में OGW की भूमिका के बारे में बताया गया है.
शुरुआती जांच रिपोर्ट में NIA ने करीब 150 लोगों के बयान on रिकॉर्ड दर्ज किए हैं. 3D मैपिंग और रिक्रिएशन के शुरुआती रिपोर्ट भी इस प्रारंभिक जांच रिपोर्ट का हिस्सा हैं. हमले के बाद से ही NIA की टीम पहलगाम में मौजूद है. इस समय NIA के डीजी भी पहलगाम दौरे पर हैं. DG NIA उन अधिकारियों के साथ रिव्यू मीटिंग कर रहे हैं जो पहलगाम हमले की जांच से जुड़े हुए हैं.

OGW पर शिकंजा कसने की तैयारी
NIA ने अपनी शुरुआती रिपोर्ट में ओवर ग्राउंड वर्कर्स के कांटेक्ट की लिस्ट तैयार कर ली है. इस रिपोर्ट के बाद माना जा रहा है कि OGW पर प्रशासनिक और अदालती कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. मौके से मिले खाली कारतूस FSL को भेजे गए जिनकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है. NIA की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में PoK का ज़िक्र भी किया गया है. इसमें पता चला कि आतंकी POK में अपने हैंडलर के संपर्क में थे. NIA DG के नेतृत्व में बनी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में कई खुलासे हुए हैं. DG NIA प्रारंभिक जांच रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपेंगे.

लश्कर के हेडक्वार्टर में रची गई पूरी साजिश
प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में हमले में शामिल दो आतंकी हाशमी मूसा और अली भाई उर्फ तल्हा भाई के बारे में डिटेल से बताया गया है. इसके साथ ही उनके पाकिस्तानी कनेक्शन की भी बात बताई गई है. रिपोर्ट में बताया गया कि हाशिम मूसा और तल्हा भाई पाकिस्तान के नागरिक हैं. जो कि घटना के पिछले कई दिनों से हैंडलरों के संपर्क में थे. रिपोर्ट में साफ बताया गया कि इन आतंकियों को पाकिस्तान की तरफ से निर्देश दिए जा रहे हैं. इस रिपोर्ट में खुलासा किया गया कि ISI के इशारे पर लश्कर के हेडक्वार्टर में साजिश रची गई थी.

पाकिस्तान हुआ बेनकाब
पहलगाम हमले के बाद से ही पाकिस्तान दावा करता आ रहा है कि वो उसका इस हमले से कोई लेना देना नहीं है. जबकि एनआईए की जांच में खुलासा हुआ है कि इस पूरे हमले की साजिश पाकिस्तान में ही रची गई थी. भारत की तरफ से घटना के बाद लिए गए एक्शन से भी पाकिस्तान बाज नहीं आ रहा है. LoC पर लगातार फायरिंग की जा रही है जिसका मुंहतोड़ जवाब भारतीय सेना की तरफ से दिया जा रहा है.लगातार फायरिंग की जा रही है जिसका मुंहतोड़ जवाब भारतीय सेना की तरफ से दिया जा रहा है.

22 अप्रैल को पहलगाम की बायसरन घाटी में हुआ था हमला
कश्मीर के पहलगाम स्थित बायसरन घाटी में 22 अप्रैल को आतंकी हमला हुआ था. इसमें 26 पर्यटक मारे गए थे. इसमें एक नेपाल का टूरिस्ट भी शामिल था. आतंकियों ने पर्यटकों का धर्म पूछकर गोली मारी थी. हमले की जिम्मेदारी पहले द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी, हालांकि बाद में इससे मुकर गया था. TRF ने हमले की जिम्मेदारी लेने के 4 दिन बाद कहा था कि उसका इस हमला से कोई लेना देना नहीं है. घटना के समय उसके सोशल मीडिया हैंडल हैक कर लिए गए थे. जहां इसकी जिम्मेदारी ली गई थी.

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