Madhya Pradesh: सीधी जिले के मझौली थाना अंतर्गत परसिली गांव में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम के दौरान उस वक्त माहौल गर्मा गया जब मंच पर पहुंचे प्रदेश सरकार के प्रभारी मंत्री दिलीप जायसवाल जनता की शिकायतों से भड़क उठे. ग्रामीणों ने मंच से खुलकर ग्राम पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार और विकास कार्यों में लापरवाही की शिकायतें मंत्री से की.
लोगों की लगातार शिकायतों के बाद प्रभारी मंत्री ने मंच से ही तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि अब किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने सीधी कलेक्टर और जनपद पंचायत सीईओ को मंच से ही कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए. ग्राम सरपंच और अन्य अधिकारियों की भूमिका पर भी उन्होंने नाराजगी जताई और स्पष्ट शब्दों में कहा कि ग्रामीणों के काम नहीं होना गंभीर चिंता का विषय है.
उन्होंने कहा, “अगर जनता की समस्याएं जल्द हल नहीं हुईं तो जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। गांव में हो रहे भ्रष्टाचार पर अब कार्रवाई तय है.”
इससे पहले प्रभारी मंत्री ने परसिली में श्रमदान कर जल संरक्षण का संदेश दिया और फिर कार्यक्रम को संबोधित किया। लेकिन ग्रामीणों की आवाज़ सुनते ही उनका रुख बदल गया और मंच पर ही उन्होंने जिम्मेदारों को फटकार लगा दी.
गौरतलब है कि प्रभारी मंत्री का यह दौरा दो दिवसीय था, और शुक्रवार को परसिली कार्यक्रम के दौरान यह पूरा घटनाक्रम सामने आया. मंत्री के सख्त रुख के बाद प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है। अब देखना होगा कि ग्रामीणों की शिकायतों पर कितनी तेजी से कार्रवाई होती है.