गोवा सरकार ने मंदिर में भगदड़ की घटना में गंभीर रूप से घायल हुए पांच श्रद्धालुओं के इलाज के लिए विभिन्न विभागों के वरिष्ठ डॉक्टरों की एक कमेटी गठित की है, जो गोवा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (GMCH) में तैनात रहेगी.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने स्वास्थ्य सचिव अरुण कुमार मिश्रा, GMCH के डीन डॉ. शिवानंद बांदेकर, मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. राजेश पाटिल, ओएसडी डॉ. राजनंदा देसाई, प्रमुख विभागों के विभागाध्यक्षों और स्वास्थ्य मंत्री की सलाहकार फ्रैज़ेला डी अराउजो के साथ बैठक के बाद यह जानकारी दी.
घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘शिरगांव जात्रा में हुई घटना की गहन जांच के लिए मजिस्ट्रेट जांच शुरू की जाएगी. मैं जल्द ही पूरी स्थिति की समीक्षा करने और उचित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करूंगा.’ साथ ही गोवा सरकार ने उत्तरी गोवा कलेक्टर आईएएस स्नेहा गिट्टे आईएम, उत्तरी गोवा एसपी अक्षत कौशल, बिचोलिम डीएसपी जिवबा दलवी और बिचोलिम पुलिस इंस्पेक्टर का तबादला कर दिया है.
भगदड़ में छह की मौत, 70 घायल
अधिकारियों ने बताया कि शिरगांव गांव में एक देवी मंदिर में आयोजित उत्सव के दौरान सुबह-सुबह भगदड़ मच गई, जिसमें छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 70 से अधिक लोग घायल हो गए. यह भगदड़ तब मची जब हजारों लोग संकरी गलियों में एक साथ इकट्ठा हो गए.
राणे ने कहा, ‘हमने विभिन्न विभागों के वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक कमेटी बनाने का निर्णय लिया है, जो GMCH में 24 घंटे तैनात रहकर पांच गंभीर रूप से घायल मरीजों का इलाज करेगी.’ उन्होंने बताया कि इन मरीजों की सुविधा और बेहतर देखभाल के लिए ‘पॉइंट-ऑफ-केयर मैनेजमेंट’ सुनिश्चित किया जाएगा.
‘घटना की जांच की जा रही’
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भगदड़ के तुरंत बाद एक ‘ग्रीन कॉरिडोर’ बनाया गया, जिससे GMCH की आपातकालीन सेवाओं को बाधित किए बिना इन मरीजों को ट्रॉमा आईसीयू में शिफ्ट किया गया.
उन्होंने कहा, ‘तुरंत जांच शुरू की गई और इलाज भी बिना देर किए शुरू किया गया. स्वास्थ्य सेवाओं और GMCH की टीमों के बीच तेज प्रतिक्रिया और बेहतर तालमेल सराहनीय रहा है.’ राणे ने बताया कि फिलहाल 13 मरीज GMCH में इलाजरत हैं और उन्हें सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है.