छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर केजीएच हिल्स पर चल रहे एंटी-नक्सल ऑपरेशन के दौरान सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट सागर बोराडे आईईडी बम की चपेट में आकर बुरी तरह घायल हो गए। सागर बोराडे एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) पर पैर पड़ने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिसके बाद डॉक्टरों को उनका एक पैर काटना पड़ा।
केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 204 कोबरा बटालियन के नेतृत्व में चलाए जा रहे इस ऑपरेशन में पहले एक आईईडी विस्फोट में एक जवान घायल हो गया था। टीम का नेतृत्व कर रहे सागर बोराडे ने अपनी सुरक्षा की परवाह किए बिना घायल जवान को वहां से निकालने के लिए जैसे ही कदम बढ़ाया, उनका पैर आईईडी बम पर पड़ गया। इसके चलते उनके बाएं पैर में गंभीर चोट आई। उन्हें तुरंत रायपुर ले जाया गया और बाद में एयरलिफ्ट करके दिल्ली एम्स ले जाया गया, जहां इन्फेक्शन को फैलने से रोकने के लिए उनके बाएं पैर को काटना पड़ा।
फिलहाल असिस्टेंट कमांडेंट सागर बोराडे की हालत स्थिर बताई जा रही है और वह डॉक्टरों की गहन निगरानी में हैं। उनकी बहादुरी, नेतृत्व और कर्तव्य की भावना भारत के सुरक्षा बलों की अदम्य भावना का एक शानदार उदाहरण है।
केजीएच हिल्स में सुरक्षा बलों का ऑपरेशन अब भी जारी है। सुरक्षा बल इन अत्यधिक खतरनाक और आईईडी से भरे जंगलों में नक्सली ठिकानों की तलाश कर रहे हैं।
मार्च 2026 तक नक्सलवाद को देश से पूरी तरह खत्म करने के प्रयास में सुरक्षा बल छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर गहन नक्सल विरोधी अभियान चला रहे हैं। यह ऑपरेशन 2 सप्ताह से चल रहा है। 29 अप्रैल को, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्थिति को संभालने के लिए सुरक्षा बलों को धन्यवाद दिया।
साय ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “हम सभी विभागों की समीक्षा बैठकें करते रहते हैं। मैंने अभी छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर चल रहे सबसे बड़े नक्सली अभियान के बारे में जानकारी ली है। हम वहां की स्थिति को संभालने के लिए सुरक्षा बलों को धन्यवाद देना चाहते हैं।”
यह ऑपरेशन छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर के पास 800 वर्ग किलोमीटर के बड़े क्षेत्र में चलाया जा रहा है, जिसमें करेगुट्टा पहाड़ियां भी शामिल हैं। छत्तीसगढ़ और केंद्रीय बलों के 24,000 से ज्यादा जवान इस ऑपरेशन में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से हिस्सा ले रहे हैं।
ऐसा माना जाता है कि केजीएच हिल्स कई मोस्ट-वांटेड नक्सली नेताओं का ठिकाना है, और यह इलाका घने जंगलों से घिरा हुआ है और यहां जमीन में भारी मात्रा में घातक आईईडी छुपे हुए हैं।
सुकमा में नक्सलियों ने की उप-सरपंच की हत्या
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों ने एक गांव के उप सरपंच की हत्या कर दी है। पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि जिले के जगरगुंडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत बेनपल्ली गांव में सोमवार को नक्सलियों ने तारलागुड़ा गांव के उप सरपंच मुचाकी रामा की हत्या कर दी। उन्होंने बताया कि रामा बेनपल्ली गांव के निवासी थे तथा वह तारलागुड़ा गांव में उप सरपंच थे।
पुलिस के मुताबिक सोमवार को दोपहर बाद लगभग 3 बजे हथियारबंद नक्सली बेनपल्ली गांव पहुंचे और उन्होंने रामा को बुलाया और उनकी हत्या कर दी। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस को जब घटना की सूचना मिली तब पुलिस टीम को बेनपल्ली गांव रवाना किया गया तथा शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने मामला दर्ज कर लिया है तथा मामले की जांच की जा रही है। पुलिस ने हमलावरों की खोज शुरू कर दी है।