अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने केन्द्रीय गृह मंत्रालय की ओर से 7 मई को देशभर में आयोजित की जा रही सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल में युवाओं-विद्यार्थियों को बढ़-चढ़कर सहभागिता करने का आह्वान किया है. हाल ही में कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और सीमा पार से बढ़ते सुरक्षा खतरे जिनमें साइबर हमले और शत्रुतापूर्ण गतिविधियां भी शामिल हैं. इसके अंतर्गत यह राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल नागरिक और संस्थागत तंत्र की तैयारियों को सुदृढ़ करने की दिशा में एक आवश्यक कदम है.
इस अभ्यास में एयर रेड वॉर्निंग सायरन का परीक्षण, क्रैश ब्लैकआउट अभ्यास, नागरिकों की सुरक्षित निकासी का पूर्वाभ्यास, और विद्यार्थियों व आम नागरिकों को आपात स्थिति में सुरक्षा के उपाय सिखाने का प्रशिक्षण भी शामिल है. साथ ही रेडार स्टेशन, पावर प्लांट्स जैसी महत्त्वपूर्ण संस्थाओं को छिपाने हेतु रणनीतिक कैमोफ्लाज तकनीकों का अभ्यास भी किया जाएगा.
देश की सुरक्षा हर नागरिक की जिम्मेदारी
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् मानती है कि राष्ट्रीय सुरक्षा केवल हमारी सेना की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक विशेषकर युवा वर्ग का साझा उत्तरदायित्व है. हमारे विद्यालय, महाविद्यालय और विश्वविद्यालय ऐसे केंद्र बनने चाहिए जो जागरूकता, सतर्कता और तैयारियों का प्रतीक हों.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भारत सरकार द्वारा जारी किए गए सिविल मॉक ड्रिल के निर्णय का स्वागत करती है। अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री @DrVirendraSS ने देश के शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले सभी युवाओं से बड़ी संख्या में 7 मई 2025 को मॉक ड्रिल में सहभागी बनने का आग्रह किया। यह… pic.twitter.com/X8JbD1RTnl
— ABVP (@ABVPVoice) May 6, 2025
अभाविप देशभर के विद्यार्थियों, युवाओं और शैक्षणिक संस्थानों से आह्वान करती है कि वे इस मॉक ड्रिल में पूरी सक्रियता से भाग लें, प्रशिक्षण को गंभीरता से लें और एक सजग, अनुशासित एवं सुरक्षित भारत के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं.
अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा कि अभाविप सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का स्वागत करती है. हम सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों, प्रशासनिक अधिकारियों और आम नागरिकों से आह्वान करते हैं कि वे इस अभियान में पूरी निष्ठा और उत्साह के साथ भाग लें और सुरक्षित, सशक्त एवं आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अपनी भूमिका सुनिश्चित करें. देश के नागरिकों को आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहना होगा. वर्तमान का भारत आंतकी घटनाओं का मुंहतोड़ प्रतिकार करने में सक्षम है. देश के प्रत्येक नागरिक को अपनी भूमिका के प्रति सजग रहना होगा.