लखीमपुर खीरी : जिले मे अपनी मांगों को लेकर सोमवार को नगर पालिका परिसर में तमाम सभासद और पूर्व सभासदों ने धरना शुरू कर दिया.उनकी शासन से मांग है कि नगर पालिका, नगर पंचायतों में जनता द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधियों को भी विधायक और सांसदों की तरह मानदेय व पेंशन दिया जाए. इनके समर्थन में नगर पालिका अध्यक्ष डॉ. इरा श्रीवास्तव भी शामिल हुईं.
इस दौरान मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन ईओ नगर पालिका व डीएम को दिया गया। ज्ञापन के माध्यम से कहा गया कि पालिका, नगर पंचायत के सभासद, क्षेत्र पंचायत, ग्राम पंचायत सदस्य, पंच व जिला पंचायत सदस्य जो जनता द्वारा चुने हुए जनप्रतिनिधि होते हैं.
इनके पास ऐसा कोई मद नहीं होता है, जिससे जन समस्याओं का निराकरण करा सकें.इस वजह से सरकार की छवि भी धूमिल होती है। जबकि जनता द्वारा चुने गए सांसद, विधायकों को विकास निधि, वेतन और पेंशन तक उपलब्ध कराई जाती है.
यह भी बताया कि इससे पहले 26 फरवरी व 25 मार्च को यह पालिका अध्यक्ष व सभासदों मुख्यमंत्री और राज्यपाल को दिया जा चुका है.सभासदों ने बताया कि जनप्रतिनिधियों की निम्न मांगों पर सुनवाई न होने के कारण यह लोग अभी तीन दिन तक शांतिपूर्वक धरना देंगे, अगर मांगें नहीं मानी गईं तो धरना-प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे.
इस दौरान सभासद, श्वेता यादव, निगार अली, बरकत अली, पिंकी देवी, अजय गुप्ता लकी, शमशुल हसन, महबूब अली, ब्रजेश पाल, निर्मला देवी, श्वेता शर्मा, पूर्व सभासद शिव किशोर अवस्थी मौजूद रहे.
ये हैं मांगें
नगर पालिका परिषद, नगर पंचायत के सभासदों को प्रतिमाह 25 हजार रुपये मानदेय दिया जाए। कार्यकाल खत्म होने पर 10 हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन-भत्ता दिया जाए.
ग्रामीण क्षेत्रों के ग्राम पंचायत सदस्य (पंच) व बीडीसी सदस्य को प्रतिमाह 15 हजार रुपये व पूर्व होने पांच हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन-भत्ता दिया जाए.
इनकी आकस्मिक मृत्यु की स्थिति में परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद सरकार द्वारा दी जाए.