भारत के लगातार एक्शन से पाकिस्तान की टेंशन बढ़ती जा रही है. केंद्र की मोदी सरकार ने 7 मई को सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल कराने के निर्देश दिए हैं. इससे एक दिन पहले मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) हेडक्वार्टर पहुंचे और अहम बैठक की. इस दौरान तमाम अधिकारियों ने उन्हें भारत के साथ जारी तनाव की पृष्ठभूमि में संभावित पारंपरिक खतरे और देश की तैयारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी.
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से जारी बयान में कहा गया कि बैठक में उप प्रधानमंत्री इशाक डार, रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ और तीनों सेनाओं के प्रमुख भी उनके साथ मौजूद थे. बयान में कहा गया है, “इस दौरे में मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य की विस्तृत जानकारी दी गई, विशेषकर पूर्वी सीमा पर भारत की आक्रामक और उकसावे वाली गतिविधियों के मद्देनजर पारंपरिक सैन्य खतरे को लेकर तैयारियों पर जोर दिया गया.”
प्रधानमंत्री और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल को क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति, बदलते खतरे के स्वरूप, पारंपरिक सैन्य विकल्पों, हाइब्रिड वॉरफेयर रणनीतियों और आतंकवादी नेटवर्क जैसी बातों पर जानकारी दी गई. इस बैठक की फोटो भी जारी की गई. इसमें ISI के महानिदेशक और हाल ही में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किए गए लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद आसिम मलिक और सेना के मीडिया प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी भी नजर आए.
PMO के अनुसार, शहबाज शरीफ और बैठक में मौजूद अन्य नेताओं ने राष्ट्रीय सतर्कता बढ़ाने, विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय बनाए रखने और संचालन क्षमता को और अधिक मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि पाकिस्तान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के किसी भी उल्लंघन का मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके.
शहबाज शरीफ ने ISI की तारीफ की
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने ISI की सराहना करते हुए उसे राष्ट्रीय हितों की रक्षा और जटिल परिस्थितियों में सूझबूझ भरे राष्ट्रीय सुरक्षा निर्णयों में अहम भूमिका निभाने वाला बताया. उन्होंने कहा, “पाकिस्तानी सेना दुनिया की सबसे पेशेवर और अनुशासित सेनाओं में से एक है. पूरा देश हमारे बहादुर सुरक्षाबलों के साथ खड़ा है.”
बयान में कहा गया कि नेतृत्व ने इस बात को दोहराया कि पाकिस्तान अपने राष्ट्र की रक्षा के लिए हर प्रकार के खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. अंत में यह स्पष्ट किया गया कि राष्ट्रीय एकता, सभी संस्थानों के सहयोग और जनता के विश्वास के साथ पाकिस्तान की सशस्त्र सेनाएं देश की सुरक्षा, प्रतिष्ठा और सम्मान को हर हाल में बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
7 मई को भारत में होगी सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल
बत दें कि भारत सरकार द्वारा 7 मई को पूरे देश में एक व्यापक सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें देश के सभी 244 जिलों को शामिल किया गया है. इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य युद्ध, मिसाइल हमलों या हवाई बमबारी जैसी आपात परिस्थितियों से निपटने के लिए आम नागरिकों और सरकारी तंत्र की तैयारियों की जांच करना है.
सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल एक ऐसा अभ्यास होता है जिसमें वास्तविक परिस्थितियों की तरह ही हवाई हमले के सायरन बजाए जाते हैं, शहरों को ब्लैकआउट किया जाता है, नागरिकों को सुरक्षित आश्रयों में ले जाया जाता है और इमरजेंसी टीमें अपनी भूमिका निभाती हैं. इसका मकसद नागरिकों में जागरूकता बढ़ाना और आपदा के समय घबराहट, भ्रम और नुकसान को कम करना होता है.