सुपौल: सुपौल में एक सरकारी शिक्षक का कारनामा पूरा चर्चा का क्षेत्र बना है, वहीं सवाल भी उठाए जा रहे है. आपको बता दें कि जिला मुख्यालय स्थित टीसी उच्च माध्यमिक विद्यालय चकला निर्मली में आयोजित इंटरमीडिएट कंपार्टमेंटल सह विशेष परीक्षा के दौरान कदाचार में संलिप्त बीपीएससी शिक्षक को भले ही जेल भेज दिया गया है, परंतु कई ऐसे सवाल हैं जो परीक्षा के पारदर्शी संचालन पर सवाल खड़ा कर रहा है. सवाल उठता है कि जब परीक्षा चल रही थी कि तो फिर किसकी अनुमति से उक्त शिक्षक विद्यालय में प्रवेश किए. यदि प्रवेश किये तो फिर वे शिक्षक प्रश्न पत्र जैसे महत्वपूर्ण चीज की फोटो कैसे खींच लिए.
हालांकि विद्यालय प्रधान सह केंद्राधीक्षक ने थाने में जो आवेदन दिया है उसमें कहा गया है कि उक्त शिक्षक नीट परीक्षा में वीक्षण कार्य के बदले पारिश्रमिक लेने आये थे. सवाल यह भी है कि जब परीक्षा के दौरान केंद्र पर पुलिस बल के अलावा मजिस्ट्रेट तैनात रहते हैं तो फिर ये शिक्षक प्रवेश कैसे किये या फिर इस पर किसी की नजर क्यों नहीं पड़ी. कहीं ऐसा तो नहीं सब कुछ मैनेज था. दरअसल इस सेंटर पर पिपरा प्रखंड के जय कुमार उच्च माध्यमिक विद्यालय रतौली जरौली का सेंटर था. गड़बड़ी के आरोप में जिस शिक्षक को गिरफ्तार किया गया है वह भी जय कुमार उच्च विद्यालय के ही शिक्षक है. इसके अलावा गणित विषय की परीक्षा थी और वह शिक्षक भी गणित विषय के ही थे. मतलब कहानी किसी तालमेल से कम नहीं लग रही है.सूत्र बताते हैं कि यदि मामले की गहराई से जांच की जाए एक बड़ा गड़बड़झाला सामने आ ही जाएगा.
इधर उक्त शिक्षक के विरुद्ध कार्रवाई को लेकर विभाग भी कड़ा रुख अपनाए हुए है. इस संबंध में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना राहुल चंद्र चौधरी ने बताया कि फिलहाल शिक्षक से स्पष्टीकरण की मांग की गई है. जल्द ही शिक्षक के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी. बताया कि इस कार्य में और जो भी दोषी पाए जाएंगे सभी के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी. फिलहाल लोगों की नजर आगे की कार्रवाई पर टिकी हुई है.