भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश के नोएडा जिले में रेड अलर्ट जारी किया गया है. इसी कड़ी में शुक्रवार को जिला प्रशासन, पुलिस और फायर विभाग की अस्पताल संचालकों के साथ अहम बैठक हुई.
इस बैठक में 50 बेड से अधिक क्षमता वाले सभी 62 अस्पतालों के प्रतिनिधियों को बुलाया गया. बैठक का उद्देश्य आपदा की स्थिति में अस्पतालों की तैयारी और प्रतिक्रिया व्यवस्था को मजबूत करना था.
नोएडा जिले में रेड अलर्ट जारी
बैठक में फायर, बिल्डिंग कोलैप्स, इवैकुएशन और इमरजेंसी रिस्पॉन्स जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई. सभी अस्पतालों को निर्देश दिए गए कि वे किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहें और अपनी व्यवस्थाएं अपडेट रखें.
इस बैठक में एडीएम, एसीपी, सीआईएसएफ, सीएमओ और सीएफओ जैसे वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. नोएडा के मुख्य फायर अधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि, हमारा मकसद सभी अस्पतालों को इस बात के लिए तैयार करना है कि किसी भी डिजास्टर या युद्ध जैसी स्थिति में उन्हें क्या करना है और कैसे करना है.
आपदा की स्थिति में अस्पतालों की तैयारी
प्रशासन की ओर से अस्पतालों को निर्देशित किया गया है कि वे अपनी फायर सेफ्टी, बिल्डिंग स्ट्रक्चर और मरीजों की इवैकुएशन प्लानिंग की समीक्षा कर लें. साथ ही आपात स्थिति में संपर्क करने वाले अधिकारियों की सूची भी अपडेट की जाए.