लखीमपुर खीरी: सदर कोतवाली क्षेत्र में कनपटी में गोली मारकर युवक की हत्या कर दी गई. एक गोली पीठ में भी मारी गई। युवक ने पांच महीने पहले प्रेम विवाह किया था। वारदात का कारण प्रेम विवाह भी माना जा रहा है. पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है, इनमें एक आरोपी मृतक की पत्नी का रिश्तेदार है.
शहर के मोहल्ला निर्मलनगर निवासी विशाल गुप्ता उर्फ गोलू (22) रात को खाना खाकर घर से बाहर टहल रहा था। इसी दौरान पहले से घात लगाए बैठे कुछ लोगों ने उसे रोका और उसकी कनपटी पर तमंचा सटाकर फायर कर दिया। एक गोली विशाल के पीठ में भी मारी। गोली चलने की आवाज सुनकर परिजन और मोहल्लावासी एकत्र हो गए। परिजन उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाते, इससे पहले ही उसने दम तोड़ दिया। मृतक के परिजनों ने कुछ लोगों पर शक जताया तो पुलिस ने मृतक के पड़ोसी सहित चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी.
पुलिस के मुताबिक, घटना के पीछे पुराना विवाद है। कुछ महीने पहले फूलबेहड़ स्थित आर्यन के पोल्ट्री फार्म में आग लगने पर विवाद हुआ था। इसके बाद से विपक्षी लोग विशाल से रंजिश मान रहे थे। पुलिस ने घटना में मुख्य आरोपी आर्यन, उसका साथी हरिओम, अमन यादव व छोटू गौतम को हिरासत में लिया है.
विशाल पर थी परिवार की जिम्मेदारी
पिता संजय गुप्ता का स्वर्गवास होने के बाद विशाल गुप्ता उर्फ गोलू ही पूरे परिवार का भरण पोषण करता था। वह शहर की एक प्लाईवुड फैक्टरी में काम करता था। परिवार में मां, पत्नी और छोटी बहन है। परिजनों ने बताया कि विशाल ने करीब पांच माह पहले राधा से प्रेम विवाह किया था। इस बात से भी लड़की पक्ष के लोग नाराज थे। मुख्य आरोपी आर्यन लड़की पक्ष का रिश्तेदार है.
उजड़ गया राधा का सुहाग
परिजनों ने बताया कि 15 दिसंबर 2024 को विशाल ने गोला निवासी राधा के साथ प्रेम विवाह किया था। शादी के बाद दोनों खुशी-खुशी रह रहे थे। किसी को भी इसकी भनक नहीं थी कि विशाल की हत्या कर दी जाएगी. परिजन पोल्ट्री फार्म जलाने वाली पुरानी घटना को भी भूल चुके थे, लेकिन बृहस्पतिवार को विशाल की हत्या होने के बाद राधा का सुहाग उजड़ गया.
शव की छीना-झपटी में गिरे शहर कोतवाल
घटना की सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने परिजनों को समझाने की कोशिश की, लेकिन परिजन दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग करते हुए हंगामा कर रहे थे। परिजन किसी भी तरह मानने को तैयार नहीं थे। मौका पाते ही शहर कोतवाल सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने शव गाड़ी में रखवाया और पोस्टमॉर्टम के लिए रवाना करने वाले थे कि छीना-झपटी के दौरान शहर कोतवाल गिर पड़े। उनके गिरते ही अन्य पुलिसकर्मियों ने मोर्चा संभाला और शव पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया.