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इटावा में श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली पलटी, महिला की दर्दनाक मौत, कई घायल

इटावा:  जिले के सहसों थाना क्षेत्र में रविवार को एक हृदयविदारक सड़क हादसा सामने आया, जिसमें श्रद्धालुओं से भरी एक ट्रैक्टर ट्रॉली पलट गई. इस दर्दनाक घटना में एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई अन्य श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए. यह हादसा सहसों थाना क्षेत्र के टिटावली गांव के समीप उस समय घटित हुआ, जब श्रद्धालु इटावा के प्रसिद्ध कचरिया बाबा मंदिर से दर्शन-पूजन कर वापस लौट रहे थे.

प्राप्त जानकारी के अनुसार, मध्य प्रदेश के भिंड जिले के उमरी गांव से कुल 18 श्रद्धालु एक ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार होकर इटावा स्थित कचरिया बाबा मंदिर आए थे.रविवार को मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना करने के बाद, ये सभी श्रद्धालु अपने गांव की ओर वापस प्रस्थान कर रहे थे.दुर्भाग्यवश, जब उनकी ट्रैक्टर ट्रॉली टिटावली गांव के पास पहुंची, तो एक ढलान पर वाहन का संतुलन अचानक बिगड़ गया, जिसके परिणामस्वरूप ट्रैक्टर ट्रॉली अनियंत्रित होकर पलट गई.

यह दुर्घटना इतनी भयावह थी कि ट्रॉली के नीचे दबकर एक महिला श्रद्धालु ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया, जबकि ट्रॉली में सवार अन्य कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. मृतक महिला की पहचान रानी देवी के रूप में हुई है, जिनकी आयु लगभग 40 वर्ष थी और वह भिंड जिले के उमरी गांव की रहने वाली थीं. इस दुखद हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार और अफरा-तफरी का माहौल बन गया.

 

आसपास के खेतों में काम कर रहे और गांव के लोगों ने तुरंत दुर्घटना की सूचना स्थानीय पुलिस को दी और बचाव कार्य में जुट गए. सूचना मिलते ही सहसों थाना पुलिस तत्काल घटनास्थल पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया. स्थानीय ग्रामीणों की सहायता से पुलिस ने घायलों को ट्रैक्टर ट्रॉली के नीचे से निकाला और उन्हें तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया.

दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए कुछ श्रद्धालुओं को बेहतर इलाज के लिए निजी वाहनों की व्यवस्था कर उनके गांव भिंड भेजा गया. इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में घायल हुए श्रद्धालुओं की पहचान भी सामने आई है, जिनमें निशा कुमारी (पुत्री विनोद, 17 वर्ष), आशा देवी (पत्नी कुलदीप, 45 वर्ष), संतोषी देवी (पत्नी नेकराम, 55 वर्ष), सावित्री देवी (पत्नी विश्राम, 60 वर्ष), सुषमा देवी (पत्नी कल्लू) सहित लगभग आधा दर्जन अन्य लोग शामिल हैं.इन सभी का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है और उनकी स्थिति पर डॉक्टरों की निगरानी बनी हुई है.

प्रारंभिक जांच के बाद स्थानीय पुलिस ने इस दुर्घटना का मुख्य कारण ढलान पर ट्रैक्टर ट्रॉली का अनियंत्रित होना और वाहन पर अत्यधिक संख्या में लोगों का सवार होना बताया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है.इस घटना ने एक बार फिर ग्रामीण क्षेत्रों में परिवहन के असुरक्षित साधनों और नियमों के उल्लंघन को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.

अक्सर देखा जाता है कि ग्रामीण इलाकों में लोग जान जोखिम में डालकर ट्रैक्टर ट्रॉली जैसे कृषि वाहनों का उपयोग सवारी के तौर पर करते हैं, जिससे इस प्रकार के हादसों की आशंका बनी रहती है. इस दर्दनाक हादसे ने न केवल मृतक महिला के परिवार को गहरा सदमा पहुंचाया है, बल्कि पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है.

घायल श्रद्धालुओं के परिजन भी अस्पताल पहुंचकर उनकी कुशलक्षेम जानने में जुटे हैं.स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग इस घटना को गंभीरता से ले रहा है और भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने की बात कह रहा है.

यह घटना यह भी दर्शाती है कि तीर्थयात्राओं के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए और अधिक प्रभावी उपायों की आवश्यकता है.परिवहन विभाग को चाहिए कि वह ऐसे वाहनों के उपयोग पर सख्ती से रोक लगाए और लोगों को सुरक्षित परिवहन के साधनों के बारे में जागरूक करे.साथ ही, श्रद्धालुओं को भी अपनी सुरक्षा के प्रति अधिक जागरूक रहने की आवश्यकता है और उन्हें असुरक्षित वाहनों में यात्रा करने से बचना चाहिए.

इस दुखद घटना से सबक लेते हुए सभी संबंधित पक्षों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस प्रकार के जानलेवा हादसों को टाला जा सके.

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