बिहार के कटिहार में प्राणपुर एवं बरारी विधानसभा में पार्टी के जरिए आयोजित सामाजिक न्याय परिचर्चा कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी ने असदुद्दीन ओवैसी पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि ओवैसी हो गए हैं एक्सपोज हो गए हैं. उन्होंने कहा कि ओवैसी की रणनीति बीजेपी को फायदा पहुंचाने की होती है.
अशरफ फातमी का ओवैसी पर निशाना
सामाजिक न्याय परिचर्चा कार्यक्रम के बाद प्रेस वार्ता में पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा कि ओवैसी और बीजेपी के बीच अंदरूनी सांठगांठ है. उन्होंने कहा, “मैंने कभी उनका समर्थन किया था, लेकिन उन्होंने धोखा दिया. उनकी रणनीति बीजेपी को फायदा पहुंचाने की होती है.”
फातमी ने दावा किया कि ओवैसी का मकसद बिहार में बीजेपी की सरकार बनवाना और नीतीश कुमार को सत्ता से हटाना है. उन्होंने कहा कि बिहार में समाजवाद और सेक्युलरिज्म के लिए तेजस्वी यादव ही एकमात्र विकल्प हैं.
भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर उन्होंने कहा कि अमन जरूरी है और जरूरत पड़ने पर जवाब भी देना चाहिए. पूरा विपक्ष और हमारी पार्टी भी देश, सेना और सरकार के साथ है. पाकिस्तान को उसका जवाब मिलना चाहिए.
बता दें कि बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम पार्टियां तैयारियों में जुट गई हैं. एनडीए और महागठबंधन के बीच मुख्य मुकाबला होना है. महागठबंधन के घटक दलों का कहना है कि बीजेपी नीतीश कुमार की पार्टी को खत्म कर देना चाहती है और चुनाव के बाद अगर बहुमत बीजेपी को मिला तो सीएम भी बीजेपी का ही होगा.
ओवैसी को बीजेपी की “बी’ टीम क्यों कहते हैं विपक्षी
इधर असदुद्दीन ओवैसी भी बिहार में अपनी पार्टी से उम्मीदवार खड़ा करते हैं, जिससे मुसलिम वोट बंट जाते हैं और फायदा बीजेपी या एनडीए को होता है. महागठबंधन शुरू से ही असदुद्दीन ओवैसी को बीजेपी की “बी’ टीम कहते रहे हैं. इसकी वजह यही है कि जहां भी एआईएमआईएम अपना उम्मीदवार खड़ा करती है, वहां महागठबंधन की पार्टियों को नुकसान होता है.