Madhya Pradesh: श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क से निकले चीतों का परिवार अब पार्क की सीमा लांघकर वीरपुर थाने के पीछे पहुंच गया है.सोमवार को चीतों को गांव के खेतों में विचरण करते देखा गया.जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया है. इससे पहले यह झुंड वीरपुर के वीरपुर रेंज के पीछे मुंडा का पुरा गांव के नजदीक देखा गया. समाजसेवी आजाद खान ने बताया कि सुबह उन्होंने ने वीरपुर रेंज के पीछे मुंडा का पुरा गांव के नजदीक खेतों में चीतों को देखा गया है. इसकी सूचना मिलते ही गांव के अन्य लोग भी मौके पर पहुंच गए.सुरक्षा कारणों से वन विभाग ने ग्रामीणों को वहां से हटा दिया.
2022 में शुरु हुआ था चीता प्रोजेक्ट
17 सितंबर 2022 को चीता प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई थी जहां नामीबिया से लाकर 8 चीतों को कूनो में छोड़ा गया था. इसके बाद फरवरी 2023 में दक्षिण अफ्रीका से आए 12 चीतों को कूनो पार्क में छोड़ा गया था. भारत की धरती से विलुप्त हो चुकी चीता प्रजाति को फिर से बसाने के लिए इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई थी.
कॉलर आईडी से चीतों की मॉनिटरिंग
चीतों के गले में लगी कॉलर आईडी से लगातार चीतों की मॉनिटरिंग की जा रही है. इससे यह मालूम किया जाता है कि अभी चीते की लोकेशन कहां पर है. कूनो के अधिकारी लगातार चीतों की देखरेख करते हैं और ये भी ध्यान रखते हैं कि चीतों को समय-समय पर अपना शिकार मिल रहा है या नहीं. चीतों के भोजन के लिए इसका विशेष ध्यान दिया जाता है. कूनो नेशनल पार्क में कुल 29 चीते हैं, जिसमें कई चीते खुले जंगल में घूम रहे हैं और अपना-अपना शिकार कर रहे हैं. बाकी बचे चीते अभी कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाड़ो में मौजूद हैं.