भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर का ऐलान करने के बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है. उनकी सोशल मीडिया पोस्ट कई आपत्तिजनक कमेंट भी किए गए हैं. इसके बाद उन्होंने अपना सोशल मीडिया हैंडल प्रोटेक्टेड करना पड़ा. अब उनके ट्वीट पर कोई कमेंट नहीं कर सकता है. उनके और उनके परिवार के खिलाफ की गई ट्रोलिंग से बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. उनकी बेटियों पर की गई कमेंट के बाद अब राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रतिक्रिया भी सामने आई है.
राष्ट्रीय महिला आयोग ने अपने बयान में कहा कि भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी के परिवार, खासकर उनकी बेटी के खिलाफ किए गए निंदनीय ऑनलाइन दुर्व्यवहार की राष्ट्रीय महिला आयोग कड़े शब्दों में निंदा करता है. विदेश सचिव की बेटी की व्यक्तिगत संपर्क जानकारी शेयर करना गंभीर रूप से गैर-जिम्मेदाराना काम है. यह गोपनीयता का गंभीर उल्लंघन है, जो उनकी सुरक्षा को खतरे में डालता है.
राष्ट्रीय महिला आयोग ने अपने बयान में आगे कहा कि जैसे देश के वरिष्ठतम सिविल सेवकों के परिवार के सदस्यों पर इस तरह के व्यक्तिगत हमले न केवल अस्वीकार्य हैं, बल्कि नैतिक रूप से भी अक्षम्य हैं. हम सभी से शालीनता, सभ्यता और संयमित व्यवहार का आग्रह करते हैं. आइए, हम इससे ऊपर उठें.
ट्रोलिंग के बाद अकाउंट करना पड़ा प्रोटेक्टेड
भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई को शाम 5 बजे सीजफायर का ऐलान किया गया. शाम होते ही विक्रम मिसरी के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लोगों ने उन्हें और उनके परिवार को निशाना बनाना शुरू कर दिया. शुरुआत में तो उन्होंने कुछ नहीं किया लेकिन बढ़ती कमेंट के बाद उन्होंने अपना अकाउंट प्रोटेक्ट कर लिया. अब केवल वेरिफाइड यूजर्स ही उनका अकाउंट देख सकते हैं या उनके पोस्ट पर कोई कमेंट कर सकते हैं. विदेश सचिव को इस तरह से निशाना बनाए जाने के बाद कई नेताओं ने इसकी निंदा की है.