उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में आतंकवादी हमले के बारे में कथित रूप से फर्जी वीडियो पोस्ट करने के आरोप में तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजेश द्विवेदी ने सोमवार को कहा कि शाहजहांपुर में मीडिया सेल ने इंस्टाग्राम और फेसबुक पर एक वीडियो देखा था, जिसमें “शाहजहांपुर में आतंकी हमला” लिखा हुआ था और साथ ही गोलीबारी की आवाज भी थी. इस वीडियो से लोगों में डर फैल गया.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, घटना के बाद इंस्टाग्राम अकाउंट चलाने वाले अंकित कुमार और परविंदर के खिलाफ साइबर क्राइम थाने में और कोतवाली थाने में रविवार को मामला दर्ज किया गया. इसके अलावा एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ भी कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया है.
एसपी ने लोगों से फर्जी अफवाहें न फैलाने और सोशल मीडिया पर भ्रामक पोस्ट न करने की अपील करते हुए कहा, “हमारी टीम लगातार सोशल मीडिया पर नजर रख रही है. फर्जी पोस्ट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.”
फेक न्यूज केस में संभल पुलिस का एक्शन
इसी तरह संभल पुलिस ने सोमवार को बताया कि यहां एक 27 वर्षीय व्यक्ति को अपने फेसबुक पेज पर पाकिस्तान के समर्थन में एक वीडियो साझा करने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि वीडियो में कथित तौर पर दावा किया गया है कि भारत के लड़ाकू विमान राफेल को पाकिस्तानी सेना ने मार गिराया है.
हजरत नगर गढ़ी स्टेशन हाउस ऑफिसर अनुज कुमार तोमर के अनुसार, मुकरबपुर गांव के निवासी जमात अली को रविवार को जेल भेज दिया गया, क्योंकि यह पाया गया कि उसने एक वीडियो साझा किया था जिसमें दावा किया गया था कि भारत के राफेल लड़ाकू विमान को पाकिस्तान ने मार गिराया और उसके पायलट को बंदी बना लिया.
पुलिस ने एफआईआर का हवाला देते हुए कहा कि जांच के दौरान पाया गया कि अली ने अपने फेसबुक अकाउंट पर पाकिस्तान के समर्थन में कई अन्य वीडियो भी कथित तौर पर लाइक और शेयर किए हैं.
पुलिस ने कहा कि सब-इंस्पेक्टर धीरेंद्र कुमार द्वारा दर्ज की गई शिकायत के आधार पर, भारतीय न्याय संहिता की धारा 152 (भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालने वाले कृत्य) के तहत रविवार को अली के खिलाफ मामला दर्ज किया गया