Fact Check: मार खाने के बाद भी पाकिस्तान की दुष्प्रचार मशीन नहीं हुई बंद, पीआईबी ने इन पोस्ट को बताया फेक

भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच सोशल मीडिया पर भारतीय सेना को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. तरह-तरह के फर्जी दावे किए जा रहे हैं. इन दिनों एक मैसेज खूब वायरल हो रहा है, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि LoC पर आर्टिलरी का आदान-प्रदान हुआ.

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इसके अलावा एक इन्फोग्राफिक भी वायरल हो रहा है, जिसमें चार दिनों की इस तनातनी में दोनों देशों को कितना नुकसान हुआ, इसकी तुलना की गई है. मगर PIB के फैक्ट चेकर ने इन सभी दावों को फर्जी बताया है. फैक्ट चेक में बताया गया कि यह इन्फोग्राफिक फर्जी है और दुष्प्रचार अभियान का हिस्सा है. अफवाहें फैलाई जा रही हैं ताकि दहशत फैलाई जा सके.

इससे पहले सोशल मीडिया पर सेना के नाम पर लोगों से पैसा मांगा जा रहा था. शातिरों ने इसके लिए एक नया तरीका अपनाया था. वायरल मैसेज में बताया गया था कि सरकार ने सेना के आधुनिकीकरण के लिए एक बैंक खाता खोला है. मगर पीआईबी फैक्ट चेकर ने इस मैसेज को भी फर्जी बताया था. PIB फैक्ट चेकर ने कहा था कि यह एक तरह से ठगने की साजिश है. इससे सेना का कोई वास्ता नहीं है.

भारत-पाकिस्तान के बीच 4 दिनों से जारी संघर्ष 10 मई को थम गया. अमेरिका की मध्यस्थता में दोनों देश सीजफायर के लिए तैयार हो गए लेकिन इस शांति स्थापना के कुछ ही घंटों में पाकिस्तान की तरफ से गोलीबारी खबरें आईं. मगर भारत ने सख्त संदेश जारी कर पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया. इसके बाद से सीमा पर गोलाबारी बंद है और फिलहाल शांति है.

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