दिल्ली: शादी के लिए रची थी डिलीवरी कंपनी में लूट की साजिश, पूर्व कर्मचारी निकला मास्टरमाइंड

द्वारका के एम्ब्राही गांव स्थित डिलीवरी कंपनी के दफ्तर में हुई सनसनीखेज हथियारबंद लूट की गुत्थी को दिल्ली पुलिस ने सुलझा लिया है. एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड (AATS), द्वारका की टीम ने 2 शातिर लुटेरों को गिरफ्तार कर वारदात में इस्तेमाल नकदी, मोबाइल फोन और कपड़े बरामद किए हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि इस पूरी लूट की साजिश कंपनी के पूर्व कर्मचारी ने रची थी.

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29 अप्रैल को डेल्हीवरी प्रा. लिमिटेड के ऑफिस में अचानक तीन हथियारबंद युवक दाखिल हुए और स्टाफ को धमकाकर 2 लाख रुपये नकद और DVR लेकर फरार हो गए. घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. पुलिस ने IPC और आर्म्स एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की.

500 से ज्यादा CCTV कैमरों की पड़ताल

AATS की विशेष टीम ने इंस्पेक्टर कमलेश कुमार की अगुवाई में 500 से अधिक CCTV कैमरों की जांच कर लुटेरों के फरार होने के पूरे रूट की पहचान की. फुटेज में आरोपी लाल रंग की विक्रांता बाइक से आते दिखे. यह बाइक भी एक दिन पहले बहादुरगढ़ से लूटी गई थी.

गिरफ्तारी की कहानी

3 मई की रात तकनीकी निगरानी और गुप्त सूचना के आधार पर टीम ने रोहतक से हरमीत और योगेश को गिरफ्तार किया. पूछताछ में खुलासा हुआ कि वारदात का मास्टरमाइंड हरमीत डिलीवरी कंपनी में पहले डिलीवरी बॉय था. नौकरी छूटने के बाद उसने अपने साथी योगेश और गुरदास (फरार) के साथ मिलकर इस लूट की योजना बनाई.

शादी के लिए हथियार उठाए

गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि उनका तीसरा साथी गुरदास हाल ही में हत्या के मामले में जेल से रिहा हुआ था और उसे अपनी बहन की शादी के लिए पैसों की सख्त जरूरत थी. इसी वजह से वह इस वारदात में शामिल हुआ. हथियार गुरदास ने मुहैया कराए और लूटी गई नकदी में से 40,000 रुपये खुद रख लिए.

पहले भी लूट के मामलों में शामिल

हरमीत और योगेश दोनों वर्ष 2015-16 में हरियाणा के रेवाड़ी, लुहारू और भिवानी जिलों में लूट के मामलों में गिरफ्तार हो चुके हैं और 2022 में जेल से रिहा हुए थे. फरार आरोपी गुरदास की तलाश जारी है, साथ ही शेष नकदी और हथियार की बरामदगी के लिए छापेमारी की जा रही है.

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