Madhya Pradesh: मऊगंज जिला अंतर्गत हनुमना बाईपास स्थित डीपी होटल के पास मंगलवार के दिन 11 बजे एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया. सूरत से झारखंड जा रही बस, जिसमें 62 की क्षमता थी, उसमें ठूंस-ठूंसकर 92 सवारी भर दी गई थी. स्थानीय लोगों के अनुसार बस का ड्राइवर शराब के नशे में था. तेज रफ्तार और लापरवाही के चलते बस अचानक सड़क पर गड्ढे में अनियंत्रित होकर पलट गई.
घटना में 49 यात्री घायल हो गए, जिनमें से 42 को हनुमना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है, वहीं 7 की हालत गंभीर देखते हुए उन्हें रीवा के संजय गांधी अस्पताल रेफर किया गया है. हादसे के बाद अफरा-तफरी मच गई. स्थानीय लोगों और पुलिस प्रशासन की तत्परता से सभी घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया.
चौंकाने वाली बात यह है कि बस में तय सीमा से 30 से ज्यादा लोग ज्यादा सवार थे. सवाल उठता है कि इतनी बड़ी संख्या में अतिरिक्त सवारी के बावजूद न आरटीओ ने कार्रवाई की, न ही परिवहन विभाग ने कोई जांच की. साफ है कि प्रशासन की लापरवाही और मिलीभगत से यह बस बिना किसी रोक-टोक के गुजर रही थी.
घटना की जानकारी मिलते ही मऊगंज विधायक और जिला प्रशासन मौके पर पहुंचे और घायलों से मुलाकात की. लेकिन प्रशासनिक उपस्थिति केवल फोटो खिंचवाने तक सीमित नजर आई। न तो पहले कोई सतर्कता बरती गई और न ही हादसे के बाद जवाबदेही तय की गई है.